द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा दिल्ली के बाहरी हिस्से में बनाई जा रही नरेला सब सिटी को पूरी तरह से जीरो वेस्ट सिटी बनाया जाएगा।

नरेला सब सिटी में नए बसाए जाने वाले सेक्टरों से निकलने वाले कूड़े का मौके पर ही निपटान किया जाएगा। डीडीए अधिकारियों का दावा है कि नई सब सिटी से कूड़े को लैंडफिल साइटों तक नहीं पहुंचाया जाएगा। गीले-सूखे कूड़े को अलग-अलग करने के साथ-साथ कूड़े के निपटान के लिए छोटे-छोटे कांपेक्टर लगाने की योजना भी है। डीडीए अधिकारियों का कहना है कि सब सिटी में अलग-अलग 12 जगहों पर कूड़ा निस्तारण संयंत्र लगाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारका की तरह नरेला में सब-सिटी बसाने जा रही है। वर्ष 2021 दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के वार्षिक बजट में इसके लिए 2,326 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया था। अब इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इसे विकसित करने में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कुल 9866 हेक्टेयर में बसने वाली इस सब सिटी में 2501 हेक्टेयर ग्रीन क्षेत्र होगा। जल्द ही इसे विकसित करने का काम शुरू होगा।
18 सेक्टर में विभाजित किया जाएगा
नरेला सब सिटी को 18 सेक्टर में विभाजित किया जाएगा। इसमें अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस सब सिटी में लगभग 16.2 लाख की आबादी रहेगी। इस क्षेत्र में डीडीए की अलग-अलग श्रेणी के 47844 फ्लैट तैयार हैं और 11768 का निर्माण कार्य चल रहा है।
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