बढ़ेगी अपनेपन की भावना
दूसरों की मदद करने से हमें नए दोस्त बनाने और अपने आस पास के लोगों से जुड़ने में मदद मिल सकती है. वहीं समाज सेवा जैसी गतिविधियां में हिस्सा लेने से भी अकेलेपन और तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं.
बनें और सशक्त
यूसीएल के मुताबिक कई अध्ययनों से पता चलता है कि दूसरों की मदद करना किसी व्यक्ति के उद्देश्य और पहचान की समग्र समझ को बढ़ाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि दूसरों की मदद करने से आप खुद को पूर्ण और सशक्त महसूस कर सकते हैं.
बेहतर महसूस करेंगे
दूसरों की मदद करना, विशेष रूप से ऐसे लोगों की मदद जो कुछ चीजों से वंचित हैं. उनकी इस कमी को पूरा करने में आप दूसरों की मदद कर सकते हैं. इससे आप अपनी परिस्थितियों के बारे में अधिक सकारात्मक महसूस करेंगे.
फैलेगी मदद करने की भावना
एक अध्ययन में पाया गया है कि लोगों में उदारता के काम करने की अधिक संभावना दूसरों से प्रेरित होकर दिखाई देती है. यानी वे दूसरों के मदद करने के जज्बे से प्रेरित होकर, उनको देख कर खुद भी मदद करने को तैयार होते हैं. ऐसे में आपका यह प्रभाव पूरे समाज में फैल सकता है और अन्य लोगों को इस बदलाव के लिए प्रेरित कर सकता है.
तनाव होता है कम
दूसरों की मदद करते रहने से तनाव कम करने में मदद मिलती है. साथ ही यह आपकी सेहत के लिए भी अच्छा होता है. यह आपके जीवन में संतुष्टि की भावना को बढ़ाने में मददगार हो सकती है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि दूसरों की मदद हमारे अकेलेपन को कम करती है और हमारे सामाजिक दायरे को बढ़ाती है.
दोस्ती होती है मजबूत
जब आप दूसरों की मदद करते हैं, तो आप सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, जो आपके साथियों को प्रभावित कर सकता है और आपकी दोस्ती को बेहतर बना सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि दयालुता के काम करने से आपका मूड बेहतर रहता है और अंततः आप अधिक आशावादी और सकारात्मक बनते हैं. इसलिए अपने अंदर के मदद के जज्बे को कमजोर न पड़ने दें और जब भी मौका मिले मदद को बढ़ाएं हाथ.