द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को उस याचिका पर दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम से जवाब मांगा जिसमें मवेशियों में ढेलेदार त्वचा रोग (लंपी) के मामलों से निपटने के वास्ते प्रत्येक जोन में पशु चिकित्सकों की एक टीम गठित करने का अनुरोध किया गया है। याचिका में इसके साथ ही संक्रमित जानवरों के इलाज के लिए पृथकवास वार्ड स्थापित करने का भी अनुरोध किया गया है।
याचिका मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ के समक्ष सुनवायी के लिए आयी, जिसने इसे 14 अक्टूबर को आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।
याचिका में अधिकारियों को गायों के बीच बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए एक ‘एंटीडोट’ उपलब्ध कराने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है। याचिका में साथ ही अधिकारियों को आवारा पशुओं को प्राथमिकता पर टीका लगाने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया।
याचिका में कहा गया है कि संक्रामक वायरल बीमारी को खत्म करने के लिए तत्काल कार्रवाई और उपचारात्मक कदमों की आवश्यकता है, जिसने अब तक देश में लगभग 70,000 मवेशियों की जान ले ली है और संख्या हर दिन बढ़ रही है।
याचिकाकर्ता अजय गौतम द्वारा दायर याचिका में कहा गया है, ‘‘प्रत्यक्ष प्रतिवादी दिल्ली के हर क्षेत्र में तुरंत पशु चिकित्सकों की एक टीम का गठन करें और इस टीम को ढेलेदार त्वचा रोग के मामलों से निपटने और संबोधित करने का निर्देश दिया जाए।’’