द ब्लाट न्यूज़ नई दिल्ली नगर पालिका परिषद की बुधवार को हुई बैठक में सोलर नीति-2022 का प्रस्ताव किया गया। इसके जरिए परिषद क्षेत्र की हर छत पर सोलर पैनल लगाने का प्रयास किया जाएगा। लोगों और विशेषज्ञों के सुझावों के बाद इस नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।

बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में परिषद उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि परिषद अपने अधिकार क्षेत्र में सौर ऊर्जा उत्पादन की सभी संभावनाओं का दोहन करेगा। सौर नीति को एक किलोवाट या उससे अधिक की क्षमता वाली किसी भी सौर ऊर्जा उत्पादन प्रणाली के लिए लागू किया जाएगा। यह नीति पालिका परिषद में सभी बिजली उपभोक्ताओं और एनडीएमसी क्षेत्र में सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना और संचालन करने वाली सभी संस्थाओं पर लागू होगी।
इसके अलावा एनडीएमसी सरकारी संगठनों, सरकारी स्वामित्व वाले अस्पताल, स्कूलों और अन्य शैक्षणिक, तकनीकी, अनुसंधान, संस्थान, छात्रावास फायर स्टेशन, दूतावास, स्टेडियम, पार्किग स्थल, बस स्टाप आदि पर पैनल लगाने की योजना पर काम कर रहा है। इन सभी पर नेट मीटरिंग सिस्टम लगाई जाएगी, जिसके जरिए जितनी बिजली उक्त इमारत द्वारा खर्च की जाएगी, उससे बचने वाली बिजली को ग्रिड में भेजा जाएगा और इसका भुगतान किया जाएगा। परिषद उपाध्यक्ष ने बताया कि एनडीएमसी वर्ष 2024 तक अपने द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली पूरी ऊर्जा ग्रीन स्रोतों से प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए भी एनडीएमसी एहतियाती कदम उठा रही है।
The Blat Hindi News & Information Website