द ब्लाट न्यूज़ मुंबई सिटी एफसी के बेल्जियम के सहयोगी क्लब लोमेल एसके में दो हफ्ते की ट्रेनिंग के बाद लौटने वाले लालेंगमाविया राल्टे का मानना है कि भारतीय फुटबॉल के स्तर को बेहतर करने के लिए खिलाड़ियों को जल्दी शुरुआत करनी होगी और अकादमियों को बेहतर बनाना होगा।
युवा मिडफील्डर राल्टे ने बेंगलुरू एफसी के खिलाफ 2022 डूरंड कप के फाइनल में मुंबई एफसी की ओर से अपना पहला गोल दागा।
मुंबई सिटी को फाइनल में 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन 21 साल के मिडफील्डर राल्टे ने एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और इससे पहले एएफसी चैंपियन्स लीग में भी।
उन्होंने सुझाव दिया कि कैसे भारतीय फुटबॉलर विदेशी खिलाड़ियों को चुनौती दे सकते हैं।
राल्टे ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ी उनके साथ और उनके खिलाफ प्रतिस्पर्धा पेश कर सकते हैं लेकिन हमें बेहतर अकादमियों की जरूरत है। हमें बच्चों को युवावस्था में ही ट्रेनिंग के लिए भेजने की जरूरत है जिससे कि वे यूरोप की शैली पर चल सकें और फिर हम किसी भी स्तर पर उन्हें चुनौती पेश कर सकते हैं।’’