द ब्लाट न्यूज़ रूसी हमलों के चलते मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन के वे इलाके आग की चपेट में आ गए, जहां आक्रमण के लगभग चार महीने बाद भी रूस पूर्ण सैन्य नियंत्रण हासिल नहीं कर सका है।

यूक्रेन के पूर्वी लुहान्स्क क्षेत्र के गवर्नर सेरही हैदाई ने कहा, ‘‘आज जो कुछ भी जल सकता है, उसमें आग लगी हुई है।’’
रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन से दुनिया के बाकी हिस्सों में खाद्य आपूर्ति और रूस से गैस की आपूर्ति पर संकट उत्पन्न हो गया है, साथ ही पश्चिमी यूरोप में सुरक्षा को लेकर सवाल पैदा हो गए हैं।
रूसी सेना का फिलहाल लुहान्स्क क्षेत्र के लगभग 95 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है। हालांकि, अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती और हथियार और उपकरण के मामले में बढ़त के बावजूद, मास्को ने इस पर पूर्ण नियंत्रण के लिए हफ्तों तक संघर्ष किया है।
लड़ाई के केंद्र, सिविएरोदोनेत्स्क शहर में यूक्रेन के सैनिकों ने औद्योगिक इलाके में एज़ोत रासायनिक संयंत्र पर नियंत्रण बरकरार रखा है। संयंत्र में लगभग 500 नागरिक शरण लिए हुए हैं और हैदई ने कहा कि रूसी सेना क्षेत्र को “खंडहर में” बदल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे ठिकानों पर तोप, रॉकेट लॉन्चर, लार्ज-कैलिबर आर्टिलरी से हमले किये जा रहे हैं और मिसाइल दागी जा रही हैं।’’
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में कम से कम छह नागरिक मारे गए और 16 अन्य घायल हो गए। उसने कहा कि रूसी सेना ने दिन में उत्तरी चेर्निहाइव क्षेत्र में गोलाबारी की और यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में अपनी गोलाबारी तेज की। मायकोलाइव शहर में भी मंगलवार सुबह धमाके हुए।
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र के अवदिवका शहर में, गोलाबारी के परिणामस्वरूप एक स्कूल जल गया।
इस बीच, रूसी अधिकारियों ने ब्रिटिश समाचार पत्र ‘द टेलीग्राफ’ की वेबसाइट को एक लेख प्रकाशित करने पर ब्लॉक कर दिया। यह जानकारी इंटरनेट अधिकार समूह रोस्कोम्सवोबोदा ने मंगलवार को दी।
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