कारोबारी को जेल की हवा खिलाने का डर दिखाकर 18 लाख वसूले, गिरफ्तार

 

द ब्लाट न्यूज़ । द्वारका इलाके में बदमाशों ने एक कारोबारी को जेल की हवा खिलाने का डर दिखाकर उससे 18 लाख रुपये वसूल लिये। पीड़ित से पहले व्हाट्सएप के जरिये अपने जाल में फंसाकर एक लड़की ने दोस्ती की। इसके बाद पीड़ित की अश्लील वीडियो बना ली गई। बाद में खुद को पुणे के एक थाने का एसएचओ बताकर एक व्यक्ति ने पीड़ित को कॉल कर बताया कि लड़की ने सुसाइड कर लिया है और मौत के लिए उसे जिम्मेदार बताया है।

इसके बाद आरोपितों ने उससे वसूली शुरू कर दी। रुपये मांगने का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ। उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। छानबीन के बाद पुलिस ने आरोपित को अलवर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपित की पहचान मुस्तकीम (20) के रूप में हुई है। आरोपित के पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस इससे पूछताछ इसके बाकी साथियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि द्वारका निवासी एक कारोबारी ने 18 लाख रुपये ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि उनकी पहचान व्हाट्सएप पर एक युवती से हुई थी। दोनों एक दूसरे से बातचीत करने लगे। दोनों वीडियो कॉल के जरिये भी बात करते। युवती ने बेहद चालाकी से पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया। इस बीच एक अगस्त को पीड़ित के पास एक मोबाइल से कॉल आया।

 

 

कॉलर ने खुद को पुणे में एक थाने का एसएचओ अरुण रावत बताया। पीड़ित को बताया गया कि जिस लड़की से वह बात करता था। उसने सुसाइड कर लिया। उसके मोबाइल की डिटेल से पीड़ित का पता चला है। खुद को एसएचओ बताने वाले व्यक्ति ने पीड़ित को तुरंत पुणे पहुंचने के लिए कहा। पीड़ित बुरी तरह डर गया। इसके बाद आरोपित उसने अपने एक एसआई विक्रम राठौर का नंबर दिया।

विक्रम से बातचीत करने पर उसने मामला सेटल करने के नाम पर रुपये मांगे। कुछ ही दिनों में आरोपी ने पीड़ित से धीरे-धीरे दो खातों में 18 लाख रुपये वसूल लिये। इसके बाद पीड़ित को एक अन्य नंबर से कॉल आया। आरोपित ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उससे मुंबई आने के लिए कहा। पीड़ित ने डरकर विक्रम को कॉल किया तो आरोपित ने तीन लाख की मांग और की। इस पर पीड़ित को शक हुआ।

उसने मामले की सूचना द्वारका साइबर थाना पुलिस को दी। 19 अगस्त को पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जांच करने पर लगभग सभी नंबर बंद मिले, लेकिन एक नंबर चालू था। उसके आधार पर टीम रामगढ़, अलवर, राजस्थान पहुंच गई। 16 सितंबर को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि वह सेक्सटॉर्शन गैंग का सदस्य है। उसके गैंग ने ही पीड़ित के साथ ठगी की। साहुन व अन्यों के साथ मिलकर वह ठगी करता है। आरोपित के पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

 

 

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