द ब्लाट न्यूज़ । अडाणी ट्रांसमिशन लि. (एटीएल) ने कहा है कि रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (आर-इंफ्रा) का उसकी बिजली वितरण इकाई अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के खिलाफ दावा ‘बाद में विचार के बाद कमजोर तथ्यों पर आधारित’ है।
एटीएल ने सोमवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा, ‘‘एटीएल/एईएमएल विवाद सुलझाने के लिए शेयर खरीद समझौते (एसपीए) के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन कर रही है। हम तथ्यों के आधार पर जवाब देंगे और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ सुनवाई में अपने दावे पेश करेंगे।’’

एटीएल ने रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आर-इंफ्रा ने अपने मुंबई बिजली वितरण कारोबार को एटीएल को बेचने के सौदे के लिए 13,400 करोड़ रुपये का मध्यस्थता दावा दायर किया था।
एटीएल ने कहा कि रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के हिस्से आर-इंफ्रा ने दिसंबर, 2021 में एसपीए के तहत एक विशिष्ट विवाद पर मध्यस्थता शुरू की थी।
कंपनी ने कहा, ‘‘यह 500 करोड़ रुपये का दावा था। उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए एटीएल/अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने आर-इंफ्रा के दावे को खारिज कर दिया।’’
एटीएल ने कहा, ‘‘हमारी नजर में यह दावा बाद में विचार करने के पश्चात किया गया है और यह काफी कमजोर है।’’
गौरतलब है कि अगस्त, 2018 में आर-इन्फ्रा ने उत्पादन, वितरण और ट्रांसमिशन समेत मुंबई में अपने ऊर्जा कारोबार को एटीएल को 18,800 करोड़ रुपये में बेचने के लिए लेनदेन पूरा किया था।
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