‘खोखा-खोखा’ बनाम ‘धोखा-धोखा’: ‘आप’ एवं भाजपा ने दिल्ली विस में एक दूसरे पर निशाना साधा

 

द ब्लाट न्यूज़ । दिल्ली विधानसभा के शुक्रवार को हंगामेदार रहे विशेष सत्र में सत्तारूढ़ ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए ‘‘खोखा-खोखा’’ के नारे लगाए, जबकि विपक्ष ने कथित शराब घोटाले का जिक्र करते हुए ‘‘धोखा-धोखा’’ के नारे लगाए।

नारेबाजी के बीच, एक आप विधायक द्वारा विपक्ष के मुख्य सचेतक अजय महावर पर लगाए गए सदन की कार्यवाही के वीडियो को रिकॉर्ड करने के आरोप पर दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़ला ने भाजपा के सभी आठ विधायकों को विशेष सत्र के पूरे दिन के लिए मार्शल की मदद से बाहर निकाल दिया।

इससे पहले बिड़ला ने सदन में व्यवस्था कायम करने की कोशिश की और दोनों पक्षों के विधायकों को नारेबाजी बंद करने को लेकर चेतावनी देते हुए सीट पर बैठने को कहा। उपाध्यक्ष के बार-बार चेतावनी देने के बावजूद चुप नहीं होने पर उन्होंने ‘आप’ के विधायक ऋतुराज को सदन से बाहर भेज दिया।

सत्तारूढ़ आप ने उसके विधायकों को कथित रूप से ‘‘लुभाने’’ की भाजपा की कोशिश पर चर्चा करने और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने के लिए सत्र आहूत किया था।

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि भाजपा ने ‘आप’ के 40 विधायकों को 20-20 करोड़ रुपए की पेशकश करके उनकी सरकार को अपदस्थ करने के लिए 800 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।

सदन से मार्शल की मदद से बाहर निकाले जाने के बाद भाजपा के विधायकों ने विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे प्रदर्शन किया। वह शिकायत दर्ज कराने के लिए उपराज्यपाल वी के सक्सेना के पास भी गए।

सदन में उपाध्यक्ष ने विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी से पूछा कि क्या महावर ने वीडियो रिकॉर्ड किया है या नहीं। उनके बार-बार सवाल करने पर बिधूड़ी ने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने भी विधानसभा सत्र के दौरान वीडियो रिकॉर्ड किया।

प्रश्नों का उत्तर नहीं दिए जाने पर बिड़ला ने भाजपा विधायकों को मार्शल की मदद से बाहर निकालने का आदेश दिया।

भाजपा के एक विधायक ने कहा, ‘‘हम आबकारी नीति घोटाले पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन हमारे अनुरोध ठुकरा दिए गए, इसलिए हम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को केजरीवाल के मंत्रिमंडल से तत्काल हटाए जाने की मांग को लेकर गांधी की प्रतिमा के पास धरना दे रहे हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी विधायकों को इसलिए बाहर निकाला गया, क्योंकि कथित शराब घोटाले संबंधी भाजपा के सवालों का आप सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।

सिसोदिया ने विभिन्न क्षेत्रों में केजरीवाल सरकार द्वारा किए काम पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आबकारी नीति 2021-22 से उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं पड़ा और इससे राजस्व में वृद्धि हुई, लेकिन भाजपा इसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है।

विशेष सत्र की शुरुआत में सदन ने पिछले महीने पहलगाम में एक बस दुर्घटना में मारे गए भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा।

 

Check Also

जयशंकर कल कतर के लिए होंगे रवाना, पीएम शेख मोहम्मद से करेंगे मुलाकात

नई दिल्ली । विदेश मंत्री एस. जयशंकर 30 दिसम्बर, सोमवार को कतर की आधिकारिक यात्रा …