बलरामपुर । घर से गायब कांदभारी गांव निवासी एक युवक की बहराइच में इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिवारजन ने हत्या की आशंका जाहिर की है। उधर नगर की पुलिस मामला देहात कोतवाली का होने की दुहाई देकर पल्ला झाड़ती रही। पुलिस की संवेदनहीनता से आक्रोशित परिवारजन ने शव को बलरामपुर-उतरौला मार्ग पर रखकर हंगामा किया। पूर्व विधायक जगराम पासवान गांव पहुंचे, तब नगर कोतवाली की पुलिस हरकत में आई।

मृतक की मां कंचन देवी पत्नी सीताराम का कहना है कि बुधवार को नंद कुमार ने एक भैंस 24500 रुपये में बेची थी। गांव के हीरालाल ने नंदकुमार से उसके ससुराल जाने की बात कही। वाह उसके साथ चला गया लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। रात करीब दो बजे पुलिस ने फोन पर सूचना दी की नंद कुमार महेशभारी रोड पर पड़ा मिला है। उसकी हालत नाजुक है, जिसे लेकर जिला अस्पताल जा रहे हैं।
कंचन देवी ने बताया कि रात होने के कारण वह अस्पताल नहीं जा सकी, लेकिन कुछ रिश्तेदार वहां पहुंचे। गुरुवार सुबह हालत गंभीर होने पर उसे बहराइच रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कर परिवारजन के सिपुर्द कर दिया। मृतक के रिश्तेदार बुधराम ने बताया कि नगर कोतवाली में तहरीर देने गए लेकिन पुलिस ने मामला देहात कोतवाली का बताकर टरका दिया। इस पर मृतक की मां ने देहात कोतवाली में तहरीर दी लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। पुलिस के अमानवीय कृत्य से क्षुब्ध परिवारजन ने शव को सड़क पर रखकर नारेबाजी शुरू कर दी। मामले में लीपापोती करने का आरोप पुलिस पर लगाया। पूर्व विधायक जगराम पासवान ने मृतक के घर पहुंच कर पुलिस से संपर्क किया तो, आनन-फानन में नगर कोतवाल मानवेंद्र पाठक दलबल के साथ गांव में पहुंचे। मुकदमा लिखने के आश्वासन के बाद परिवारजन ने शव को सड़क से हटाया। नगर कोतवाली पुलिस की कार्यशैली से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात है।
पुलिस ने कराया था भर्ती: मृतक के रिश्तेदार शिव कुमार ने बताया कि नंद कुमार को घायल अवस्था में पुलिस ले गई थी। बहराइच में मौत के बाद पुलिस ने पीएम करवाया। अब मामला दर्ज करने में आनाकानी कर रही है।
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