भारतीय टीमें मजबूत हैं और शतरंज ओलंपियाड में उनके पदक जीतने की पूरी संभावना: मैग्नस कार्लसन

 

द ब्लाट न्यूज़ । पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन का मानना है कि 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के मामल्लापुरम में होने वाले आगामी 44वें शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीमों के पदक जीतने की प्रबल संभावना है।
कार्लसन इस वैश्विक इवेंट भारत की दो शीर्ष टीमों, विशेष रूप से यंग इंडिया टीम 2 को लेकर बहुत प्रभावित और मुखर हैं। विश्व चैम्पियन ने कहा, “दोनों भारतीय टीमों के पास खिलाड़ियों की एक बहुत मजबूत और प्रभावशाली लाइनअप है और मुझे लगता है कि दोनों के पास पदकों की दौड़ में शामिल होने का शानदार मौका है।“
वर्ल्ड नंबर-1 कार्लसन टीम नॉर्वे के प्रतिनिधि के रूप में जल्द ही शहर में होंगे। टीम नार्वे ओलंपियाड में ओपन सेक्शन में 187 पंजीकृत टीमों में से तीसरे स्थान पर है। नॉर्वे भी दांव पर लगे तीन पदकों में से एक का प्रबल दावेदार है।
चेन्नई वापसी को लेकर कार्लसन काफी उत्साहित नजर आए। यह वही शहर है, जिसमें उन्होंने 2013 में भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को हराकर अपनी पहली विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीती थी।

कार्लसन ने आगे कहा, “चेन्नई में फिर से वापस आना शानदार रहेगा क्योंकि इस शहर में पैर रखे हुए नौ साल हो गए हैं। यह शहर मेरे शतरंज करियर के सबसे महान अनुभवों में से एक का गवाह रहा है। मैं इस शहर में उन पलों को फिर से जिंदा करने के लिए उससे जुड़ी तमाम जगहों पर जाना चाहूंगा। मैं इस यात्रा को नया बनाने के लिए उत्सुक हूं।”
कार्लसन ने आगे कहा, “तमिलनाडु या फिर कहें कि चेन्नई अब दुनिया में शतरंज का सबसे चर्चित केंद्र है। तो बस वहां रहना और शतरंज उत्सव का हिस्सा बनना अपने आप में एक रोमांचित होने का कारण है।”
रूस और चीन की गैरमौजूदगी में इंडिया टीम 1 को दूसरे स्थान पर रखा गया है जबकि रैंकिंग सूची में अमेरिका शीर्ष पर है। इंडिया 2 हालांकि 11वें स्थान पर है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि अपने पास मौजूद विलक्षण रूप से प्रतिभाशाली किशोरों के दम पर उसने अभी से खुद को दुनिया की नजरों में ला दिया है।

 

 

Check Also

संतोष ट्रॉफी : खिताबी मुकाबले में केरल का सामना पुराने प्रतिद्वंद्वी पश्चिम बंगाल से

हैदराबाद । केरल ने रविवार को गाचीबोवली स्टेडियम में मणिपुर को 5-1 से हराकर 16वीं …