अमेरिका और सउदी अरब के बीच लंबे समय से रिश्ते खराब चल रहे हैं. इस टेंशन के बीच दोनों देशों से जुड़ा एक विवाद औऱ आ गया है. दरअसल, सउदी अरब में एक यहूदी अमेरिकी पत्रकार चोरी छुपे मक्का में घुस गया. इसे लेकर ऑनलाइन काफी विरोध होने पर एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि इसी शख्स ने उस यहूदी पत्रकार को मक्का में एंट्री कराने में मदद की. दरअसल, इज़राइल के चैनल 13 के पत्रकार गिल तमारी ने सोमवार को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था और बताया था कि वह मक्का शहर में थे. उनका यह वीडियो कुछ ही देर में वायरल हो गया. इसके बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने पत्रकार पर कार्रवाई की मांग की.
इस तरह हुआ पूरा विवाद
लोगों के विरोध को देखते हुए सउदी पुलिस एक्शन में आई. पुलिस ने फौरन इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया. सऊदी पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस शख्स ने न सिर्फ गैर मुस्लिम की शहर में एंट्री कराई बल्कि उसे कई सुविधाएं भी उपलब्ध कराईं. जिस पत्रकार को यह सुविधा दी गई वो अमेरिकी है. दरअसल, जिस वीडियो को लेकर इतना बवाल हुआ, वह 10 मिनट का है. इसमें पत्रकार तमारी माउंट अराफात पर नजर आ रहे हैं. यह वही जगह है जहां मुस्लिम तीर्थयात्री हज यात्रा के दौरान प्रार्थना के लिए जुटते हैं. गिल तमारी वीडियो में खुद कह रहे हैं कि, मैं जानता हूं कि जो कर रहा हूं वह गैरकानूनी है, लेकिन मैं सिर्फ एक ऐसी जगह दिखाना चाहता हूं जो मुस्लिम भाइयों और बहनों के लिए महत्वपूर्ण है. तमारी का इरादा गलत नहीं था, लेकिन सोशल मीडिया पर भारी विरोध को देखते हुए पुलिस को एक्शन में आना पड़ा.
מכה היא העיר הכי קדושה לאיסלאם ומוקפת בכניסתה במצלמות משוכללות כדי למנוע כניסה למי שאינו מוסלמי. גיל תמרי היה לכתב הישראלי הראשון שהצליח להיכנס ולצאת למסע בעיר. ומה קרה כשחשדו בו? הכתבה המלאה – הערב במהדורה המרכזית@tamarygil pic.twitter.com/BzYKXP06P0
— חדשות 13 (@newsisrael13) July 18, 2022
इसलिए मक्का में नहीं जा सकता कोई गैर मुस्लिम
बता दें कि इस्लाम धर्म में मक्का को सबसे प्रमुख माना गया है. इस धर्म के लोग शांति से इबादत कर सकें इसलिए भी गैर मुस्लिमों को यहां आने की अनुमति नहीं है. इसके साथ ही कुरान की आयतों के कारण और शहर की पवित्रता बनाए रखने के लिए भी दूसरे धर्म के लोगों का प्रवेश वर्जित है. मक्का में गैर-मुस्लिमों के प्रवेश पर भी रोक है. इस शहर के रास्ते से भी ऐसे लोग यात्रा नहीं कर सकते। यदि कोई गैर-मुस्लिम मक्का में एंट्री करने की कोशिश भी करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है.