द ब्लाट न्यूज़ । स्वाइन फ्लू के सम्बन्ध में कानपुर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आलोक रंजन ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा कि सामान्य रूप से केवल सुअरों को प्रभावित करती है। यह आमतौर पर स्वाइन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के एच1एन1 स्ट्रेंस के कारण होता है। हालांकि एच1एन2, एच3एन1 और एच3एन2 के रूप में अन्य स्ट्रेंस भी सूअरों में मौजूद रहते हैं। यहां हुई सूअरों की मौत मामले में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकरी पूरे प्रकरण में बचाव से सम्बन्धित सभी उपाय कर रहें है। उन्होंने बताया कि लोगों में स्वाइन फ्लू होना सामान्य नहीं है, मानवीय संक्रमण कभी-कभी होते हैं, मुख्यतया संक्रमित सूअरों के साथ निकट संपर्क के बाद होता है।
उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2009 के दौरान सूअर इन्फ्लूएंजा वायरस की एक नई स्ट्रेन मेक्सिको में उभरी, और मनुष्यों में रोग पैदा करना शुरू कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इन्फ्लूएंजा के इस नए स्ट्रेन, जिसे इन्फ्लुएंजा ए (एच1एन1) कहा जाता है, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। दुनिया भर के विशेषज्ञों विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं यह निर्धारित करने के लिए कि इस वायरस से जनता को क्या ख़तरा हो सकता है। ऐसा भी विचार है कि यह नया स्ट्रेन एक ह्यूमन फ्लू पैंडेमिक का कारण बन सकता है।