लंदन। इंग्लैंड में 20 लाख से अधिक लोगों को लंबे समय तक कोरोना परेशान कर सकता है। यह अवधि कम से कम 12 सप्ताह तक हो सकती है। एक नए शोध से यह जानकारी मिली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इंपीरियल कॉलेज लंदन के रिएक्ट-2 (रीयल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन) के गुरुवार को जारी अध्ययन से पता चला है कि कोविड -19 वाले एक तिहाई से अधिक लोगों ने लंबे समय तक लक्षणों की सूचना दी, जैसे कि थकान और मांसपेशियों में दर्द या सांस की तकलीफ, जकड़न, सीने में दर्द इत्यादि। निष्कर्ष 508,707 वयस्कों के आंकड़ों पर आधारित थे, जिन्होंने इस साल सितंबर 2020 से फरवरी के बीच अध्ययन में भाग लिया था। हालांकि, यह नोट किया गया कि यह अध्ययन उन लोगों पर आधारित था जो अपने स्वयं के लक्षणों की रिपोर्ट कर रहे थे। रिएक्ट कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर पॉल इलियट ने एक बयान में कहा, हमारे निष्कर्ष कोविड -19 के दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणामों की एक संबंधित तस्वीर को चित्रित करते हैं, जिन्हें नीति और योजना में शामिल करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, लॉन्ग कोविड -19 को अभी भी कम समझा जाता है, लेकिन हम अपने शोध के माध्यम से उम्मीद करते हैं कि हम इस स्थिति की बेहतर पहचान और प्रबंधन में योगदान दे सकते हैं। हमारे डेटा और अन्य लोगों का सुझाव है कि अकेले यूके में लाखों लोगों को यह प्रभावित कर सकता है।
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