द ब्लाट न्यूज़ । भारतीय युवा ओपनर शेफ़ाली वर्मा लगातार स्ट्राइक बदलने और सिंगल लेने पर काम कर रही हैं। वह केवल चौके और छक्कों पर निर्भर नहीं रहना चाहती। उन्होंने यह बात पल्लेकेल में श्रीलंका के ख़िलाफ़ होने वाले आख़िरी वनडे मैच से पहले कही। भारत सीरीज में 2-0 से आगे है।
शेफ़ाली ने दूसरे वनडे में 71 गेंदें खेली, जिसमें 37 सिंगल लिए गए थे। यह उनकी खेली गई गेंदों का 52 प्रतिशत है। इस पारी में उन्होंने अर्धशतक लगाया। शेफ़ाली ने कहा, “मुझे लगता है कि वनडे में हमें और भी ज़्यादा सिंगल लेने पर ध्यान देने की ज़रूरत है और मैं इस पर काम कर रही हूं। मैंने अपने कुछ मैच देखे और पाया कि मैं कम सिंगल लेती हूं। मुझे लगा कि मुझे स्ट्राइक बदलने पर काम शुरू करना चाहिए और मैंने ऐसा किया। मैंने यह श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी20 में भी किया, जहां मैंने अच्छी गेंदों पर सिंगल लिए। मैं लंबी पारी खेलने को देख रही हूं।”
पिछले साल अपनी पहली महिला बिग बैश लीग में शेफ़ाली ने सिडनी सिक्सर्स के लिए मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी की थी, जहां वह ऐलीस पेरी, अलिसा हीली, ऐश्ली गार्डनर और निकोल बोल्टन के साथ खेली और यह उनके लिए सीखने वाला अनुभव रहा। उन्होंने कहा, “मैंने डब्ल्यूबीबीएल में मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी से बहुत सीखा। मैंने सीखा कि आप सिंगल ले सकते हो, सिंगल डबल लेने के बाद कई बाउंड्री लगा सकते हो।”
शेफ़ाली ने वनडे में अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 71 रन बनाया और उन्होंने स्मृति मंधाना के साथ 174 रनों की नाबाद साझेदारी की, जिससे भारत ने रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल किया। शेफ़ाली और स्मृति ने इस प्रारूप में 14 बार साथ में ओपन किया है और पांच अर्धशतकीय साझेदारी बनाई हैं।
स्मृति पर शेफ़ाली ने कहा, “वह हमेशा मेरी मैदान के बाहर और अंदर मदद करती हैं। वह मुझे मेरी ग़लती बताती हैं और मैं कहां सुधार कर सकती हूं यह भी बताती हैं। हमें मैदान पर आपस में बात करना पसंद है और हमारे बीच एक अच्छी बॉडिंग है।”
शेफ़ाली का योगदान केवल बल्लेबाज़ी तक सीमित नहीं है। उन्होंने सीनियर महिला टी20 ट्रॉफ़ी में इस साल लगातार गेंदबाज़ी की, श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले टी20 में भी उन्होंने गेंदबाज़ी की और अमा कंचना को आउट किया था। 18 वर्षीय ने कहा, “मैं लंबे समय से नेट में गेंदबाज़ी कर रही हूं। इस घरेलू सत्र में भी, मुझे गेंदबाज़ी का मौक़ा मिला और मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला। हमारे आपस में मैच के दौरान मैंने अच्छी गेंदबाज़ी की और हरमनप्रीत कौर दी ने मेरा समर्थन किया और कहा कि मुझे अपनी गेंदबाज़ी पर और काम करना है। तो मैंने सिंगल विकेट लगाकर नेट में गेंदबाज़ी करना शुरू किया।”
भारत को श्रीलंका के साथ सीरीज़ के बाद बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में खेलना है और इंग्लैंड के साथ द्विपक्षीय सीरीज़ भी खेलनी है। इसके बाद फ़रवरी 2023 में साउथ अफ़्रीका में टी20 विश्व कप खेला जाएगा और हरियाणा की युवा बल्लेबाज़ इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “क्योंकि यह लंबा सीज़न है, कॉमनवेल्थ गेम्स हैं और टी20 विश्व कप भी, तो मैं डब्ल्यूबीबीएल के बारे में ज़्यादा नहीं सोच रही। हम देखेंगे क्या कर सकते हैं।”