-‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सरकार बना रही योजना
-जिनका व्यवहार अच्छा और जिनकी आधी सजा पूरी उनको लाभ
द ब्लाट न्यूज़ । सरकार कैदियों को सजा में विशेष छूट देने की योजना बना रही है। गृह मंत्रालय ने बताया कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 50 साल से अधिक आयु की महिला और ट्रांसजेंडर कैदियों की सजा चरणबद्ध तरीके से कम की जाएगी। साथ ही, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले पुरुष कैदियों और दिव्यांग बंदियों को भी छूट मिलेगी। इसका लाभ उन्हीं कैदियों को मिलेगा जिनका व्यवहार अच्छा है और जिन्होंने अपनी आधी से अधिक सजा पूरी कर ली है।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि जो गरीब कैदी सजा पूरी कर चुके हैं पर धन के अभाव में जुर्माना नहीं भर पा रहे हैं, उन्हें जुर्माने से छूट देने का प्रावधान किया जाएगा। मौत या आजीवान कारावास की सजा पाए कैदियों को राहत नहीं मिलेगी। जिन पर बलात्कार, आतंकवाद, दहेज हत्या और धन शोधन के आरोप लगाए गए हैं, उन्हें भी छूट नहीं दी जाएगी। विस्फोटक अधिनियम, राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और अपहरण विरोधी अधिनियम के तहत दोषी ठहराए गए लोगों के अलावा मानव तस्करी के लिए दोषी ठहराए गए कैदियों को भी पूरी सजा भुगतनी पड़ेगी।
क्षमता से अधिक हैं कैदी : वर्ष 2020 के एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार, भारत के कारागारों में क्षमता से अधिक कैदी हैं। देश के कारागारों में 4.03 लाख कैदियों को रखने क्षमता है, जबकि इस समय कारागारों में लगभग 4.78 लाख कैदी हैं, जिनमें करीब एक लाख महिलाएं हैं। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि इन पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले कैदियों को तीन चरणों में 15 अगस्त, 2022, 26 जनवरी, 2023 और 15 अगस्त, 2023 को रिहा किया जाएगा।
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