भारत ने 44 वें शतरंज ओलंपियाड में अपनी तीसरी टीम भी उतारा

द ब्लाट न्यूज़ । भारत ने महाबलीपुरम में होने वाले 44वें शतरंज ओलंपियाड में अपनी सर्वोच्च भागीदारी दर्ज करते हुए प्रतियोगिता के ओपन वर्ग में तीसरी टीम उतारी है। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने रविवार को यह जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि प्रत्येक देश पांच खिलाड़ियों की केवल एक टीम (हर राउंड में खेलने वाले चार) को मैदान में उतार सकता है, लेकिन मेजबान के रूप में भारत प्रत्येक श्रेणी में न्यूनतम दो टीमें भेज सकता है। यदि कुल भाग लेने वाले देशों की संख्या विषम हो तो भारत अधिकतम तीन टीमों को मैदान में उतारने का हकदार है।

भारत में प्रदर्शन के लिए 187 टीमों ने पंजीकरण कराया है जो ओलंपियाड के इतिहास का सर्वाधिक पंजीकरण है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) ने मानक के अनुसार प्रविष्टियों की संख्या को बराबर करने के लिए मेजबान देश से तीसरी टीम को मंजूरी दी।

महिला वर्ग में अब तक सर्वाधिक 162 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। भारत पहली बार इस वर्ग में दो टीमों को भेजेगा।

भारत की तीसरी टीम में ग्रैंडमास्टर सूर्य शेखर गांगुली, कार्तिकेयन मुरली, एसपी सेथुरमन, अभिजीत गुप्ता और अभिमन्यु पुराणिक शामिल हैं दो गुजरात के पहले ग्रैंड मास्टर तेजस बाकरे की कप्तानी में ओलंपियाड में उतरेंगे।

एआईसीएफ सचिव और ओलंपियाड निदेशक भरत सिंह चौहान ने कहा, “यह भारत का अब तक का सबसे अच्छा उपहार है। सपने में भी कल्पना करना मुश्किल है कि 25 भारतीय एक ओलंपियाड में एक साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। ओलंपियाड के आयोजकों और अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के अधिकारियों के रूप में, यह हम सभी के लिए सबसे गर्व का क्षण है।”

मेजबान भारत की तीसरी टीम भी अन्य दो टीमों की तरह ही मजबूत है। छह बार के राष्ट्रीय चैंपियन गांगुली ने अब तक छह शतरंज ओलंपियाड में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। सेथुरमन एक पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन हैं और 2014 में ट्रोम्सो ओलंपियाड में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।

गांगुली ने टीम की भावनाओं को शब्द देते हुए कहा, “लंबे समय के बाद और अपने देश में पहली बार फिर से ओलंपियाड में खेलने से ज्यादा रोमांचक कुछ नहीं हो सकता। व्यक्तिगत रूप से भी, यह ओलंपियाड बहुत खास होने जा रहा है, क्योंकि मैं अब एक पिता बन गया हूं। सच कहूं तो बेहद खुश महसूस कर रहा हूं।”

दूसरी ओर, आनंद और पेंटाला हरिकृष्णा के बाद गुप्ता विश्व जूनियर खिताब जीतने वाले तीसरे भारतीय थे। वह पांच मौकों पर राष्ट्रमंडल खिताब जीतने वाले एकमात्र भारतीय भी हैं। उन्होंने 2012 में इस्तांबुल ओलंपियाड में एक व्यक्तिगत रजत पदक हासिल किया था। 23 वर्षीय के मुरली ने दो बार राष्ट्रीय खिताब जीता है और वह 22 वर्षीय पुराणिक के साथ ओलंपियाड में भारत के लिए पदार्पण करेंगे।

 

 

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