नीदरलैंड (डच) के सांसद गीर्ट वाइल्डर्स इन दिनों भारत और पाकिस्तान में काफी मशहूर हो रहे हैं. फेमस होने की वजह एक ही है, लेकिन प्रसिद्धि का नेचर अलग-अलग है. भारत में जहां वह नूपुर शर्मा के समर्थन को लेकर कट्टर हिंदुओं के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं, तो दूसरी ओर पाकिस्तान में इसके उलट वह कट्टर मुस्लिम लोगों के निशाने पर हैं. पाकिस्तानियों को गीर्ट वाइल्डर्स का नूपुर के समर्थन में बोलना हजम नहीं हो रहा है. इसे लेकर पाकिस्तान ने उनकी शिकायत ट्विटर से की है. इसके बाद गीर्ट वाइल्डर्स ने भी प्रतिक्रिया दी है.
पैगंबर पर टिप्पणी के बाद से ही कर रहे समर्थन
दरअसल, गीर्ट वाइल्डर्स पैगंबर मोहम्मद को लेकर नूपुर शर्मा की ओर से की गई टिप्पणी के बाद से ही पूरे मामले में नूपुर का समर्थन कर रहे हैं. इस मामले में जब मुस्लिम देशों ने भारत के खिलाफ विरोध जताया था, तब भी वाइल्डर्स ने उनका समर्थन किया था और लोगों से भी उनका साथ देने की अपील की थी. तब उन्होंने लिखा था, “यह बहुत हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं. भारत क्यों माफी मांगे? तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है. यह चीजों को और ज्यादा खराब कर देता है. इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप मुस्लिम देशों की धमकी में न आएं. आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें.”
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद भी लिया पक्ष
इसके बाद शुक्रवार को जब सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर के खिलाफ सख्त टिप्पणी की तो एक बार फिर वाइल्डर्स नूपुर के समर्थन में कूद गए. उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया कि, “भारतीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद जब मीडिया में इस पर खबर चली तो वाइल्डर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘मुझे लगा कि भारत में शरिया अदालतें नहीं हैं. पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें कभी भी माफी नहीं मांगनी चाहिए. वह उदयपुर घटना के लिए जिम्मेदार नहीं हैं. कट्टरपंथी असहिष्णु मुसलमान ही इसके लिए जिम्मेदार हैं.” इस ट्वीट के बाद से पाकिस्तान ने फौरन उनके कुछ ट्वीट को लेकर ट्विटर में शिकायत की. ट्विटर ने त्वरित एक्शन लेते हुए वाइल्डर्स के कुछ ट्वीट को ब्लॉक कर दिया. यानी ये ट्वीट अब पाकिस्तान में नहीं दिखेंगे.
The authorities in #Pakistan don’t like #FreedomOfSpeech or criticism and made Twitter withholding many of my tweets in Pakistan.
I will however keep on defending freedom of speech and criticize #Islam and #Muhammad when needed as in defending #NupurSharma who spoke the truth. pic.twitter.com/jB1PAWhQbU
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) July 2, 2022
वाइल्डर्स बोले- आगे भी करूंगा इस्लाम की आलोचना
इस कार्रवाई के बाद गिर्ट वाइल्डर्स ने कहा कि, वह इस्लाम की आलोचना करते रहेंगे. उनका गुस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्होंने पाकिस्तान को भी जमकर सुनाते हुए कहा कि, पाक सरकार स्वतंत्रता पसंद नहीं करती है. पाकिस्तान में मेरे कई ट्वीट रोक दिए हैं। हालांकि मैं बोलने की आजादी की रक्षा करता रहूंगा और जरूरत पड़ने पर इस्लाम और मोहम्मद की आलोचना करता रहूंगा.
ट्विटर ने वाइल्डर्स को दिया ये जवाब
ट्विटर ने इस मामले में पाकिस्तान से शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की और गिर्ट विल्डर्स को ई-मेल भेजकर इसकी सूचना भी दी. ट्विटर ने मेल पर बताया कि, ‘हमारे पास पाकिस्तान सरकार से आपके कुछ ट्वीट्स को लेकर आपत्ति आई है, पाकिस्तान ने दावा किया है कि आपके ये ट्वीट्स उनके देश के कानून का उल्लंघन करते हैं. पाकिस्तान के लोकल कानूनों के तहत अपने दायित्वों का पालन करने के लिए हम आपके इन ट्वीट्स को पाकिस्तान से हटा रहे हैं.’