द ब्लाट न्यूज़ । उदयपुर में टेलर की निर्मम हत्या की घटना के बाद पूरा राजस्थान अलर्ट पर है । मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद गहलोत ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है। दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क होने की जानकारी भी सामने आई है।
इस घटना में मुकदमा गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यूएपीए के तहत दर्ज किया गया है। इसलिए अब आगे की जांच एनआईए करेगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूर्ण सहयोग करेगी। पुलिस एवं प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करे एवं उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्रवाई करें। सीएम ने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए पुन: अपील करता हूं कि सभी पक्ष शांति बनाए रखें। गहलोत ने सोशल मीडिया पर नजर रखने के साथ माहौल बिगाड़ने वाले लोगों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने बताया कि उदयपुर की घटना में शामिल आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले पांच पुलिसकर्मियों तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का फैसला किया है। टेलर की हत्या कर फरार हुए दोनों आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को पुलिस ने राजसमंद जिले के भीम थाना क्षेत्र के जस्साखेड़ा से मंगलवार शाम को दबोच लिया। आरोपी बाइक पर सवार होकर उदयपुर से निकले थे।
टेलर कन्हैयालाल का बुधवार दोपहर को अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान इस दौरान भारी पुलिस बंदोबस्त तैनात रहा। इससे पहले पोस्टमार्टम के बाद जब उनका शव घर ले जाया गया, तो घर में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्य और यहां तक कि पुलिसवाले भी अपनी आंखे नम होने से नहीं रोक सके।