द ब्लाट न्यूज़ दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो घरों में रेकी कर सोने के गहनों को अपना निशाना बनाता था। पुलिस ने एक जोहरी को भी गिरफ्तार किया है जो पकड़े जाने के डर से सोने को पिघला दिया करता था। ये बड़ी सफलता दिल्ली के रोहिणी जिले के विजय विहार थाना पुलिस के हाथ लगी हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 59 ग्राम पिघला हुआ सोना और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी जब्त की हैं। आरोपियों की पहचान राजेश उर्फ रिंकू उर्फ कंसतर और चंद्रशेखर के रूप में हुई हैं। दरअसल, रोहिणी जिले के डीसीपी प्रणव तायल ने जानकर देते हुए बताया कि बीते दस जून को विजय विहार इलाके में एक घर से लाखों के गहने चोरी हुए थे। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीमों ने वारदात के आस पास पर लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालकर आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की। टेक्निकल सर्विलांस का सहारा लेते हुए अपने लोकल इनपुट को भी खंगाला, कई संदिगधों से पूछताछ भी की गई। इसके अलावा तिहाड़ जेल से बाहर आए बदमाशों की लिस्ट बनाकर उनकी फोन लोकेशन के बारे में जानने की कोशिश की। पुलिस टीम की कड़ी मशक्कत के बाद लगातार छापेमारी कर राजेश उर्फ रिंकू को मंगोलपुरी इलाके से गिरफ्तार किया। आरोपी से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि उसने चोरी के गहने मेरठ यूपी में रहने वाले चंद्रशेखर को बेच दिये थे। आरोपी की निशानदेही पर मेरठ शताब्दी नगर में घेराबंदी कर उसे भी गिरफ्तार किया। चंद्रशेखर की निशानदेही पर पुलिस ने 59ग्राम पिघला हुआ सोना भी जब्त किया। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि राजेश अपने साथी भोमाराम के साथ मिलकर इलाको में रेकी कर जानने की कोशिश करते थे, कि किस घर के लोग साप्ताहिक व दो से तीन दिनों तक बाहर गए हैं। जानकारी पुख्ता होने के बाद दोनों उसी घर के ताले तोडक़र घर में रखे सोने के गहने चोरी कर लिया करते थे। बाद में गहनों को चंद्रशेखर को मेरठ जाकर बेच दिया करते थे, जिससे वह पकड़े ना जाए। चंद्रशेखर भी पकड़े जाने के डर से तुरंत गहनों को पिघला दिया करता था। पुलिस के मुताबिक राजेश राजपार्क पुलिस का घोषित बदमाश हैं। वह 95 वारदातों में शामिल रहा हैं। जबकि चंद्रशेखर चार वारदातों में शामिल रहा हैं। पुलिस दोनों से पूछताछ के बाद सह आरोपी भोमाराम उर्फ पवन उर्फ राजू की तलाश में छापेमारी कर रही हैं। दिल्ली की बुध विहार थाना पुलिस ने दो शातिर झपटमार को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की हैं। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने एक स्कूटी भी बरामद की हैं। डीसीपी प्रणव तायल ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 23 जून को बुध विहार थाने में एक मोबाइल चोरी के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमे शिकायतकर्ता ने बताया कि रोहिणी सेक्टर पांच स्थित माउंट आबू स्कूल के पास स्कूटी पर आए दो लोगों ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गए। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा एक टीम का गठन किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान टीम ने अपराध स्थल और उसके आस-पास के कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की। सीसीटीवी की जांच के दौरान संदिग्ध व्यक्ति को नीले रंग की स्कूटी पर देखा गया, जिसकी पहचान राकेश के रूप में हुई। टीम ने फुटेज के आधार पर पहचान किए गए शख्स के यहां छापेमारी कर एक व्यक्ति को दबोच लिया, जिसकी पहचान पारस के रूप में हुई। पूछताछ में पारस ने खुलासा किया कि वह मंगोल पुरी रहने वाला हैं। वह अपने चचेरे भाई बंटी उर्फ मोंटी के साथ अपराध की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी की निशानदेही पर मंगोलपुरी में छापा मारा गया और आरोपी बंटी उर्फ मोंटी को भी धर दबोचा। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने छीना हुआ मोबाइल फोन शमशुद्दीन उर्फ भोंडा को बेच दिया हैं। फिलहाल, बुध विहार थाना पुलिस तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है ताकि फोन की बरामदगी कर तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस का दावा है कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।