द ब्लाट न्यूज़ । शार्ट सर्किट से लगी आग में झुलसी 50 वर्षीय सुनीता ने रविवार सुबह सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। 20 वर्षीय बेटी हिमांशी की मौके पर ही मौत हो गई थी। दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया गया। सेक्टर-पांच थाना पुलिस की छानबीन से साफ हो चुका है कि आग शार्ट सर्किट की वजह से लगी थी।
अमनपुरा निवासी सुनीता अपनी बेटी हिमांशी के साथ घर के नजदीक ही गाय के लिए बनाए गए घर में शनिवार शाम कुछ काम करने के लिए पहुंची थीं। घर में काफी गत्ते रखे हुए थे। लकड़ियां भी रखी हुई थीं। काम के दौरान ही अचानक शार्ट सर्किट से गत्ते में आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। बताया जाता है कि हिमांशी पर एक लकड़ी ऊपर से गिर गई। इससे वह भी झुलस कर गिर गई। इस तरह वह पूरी तरह आग की चपेट में आ गई।
सुनीता आग में जलती हुई बाहर निकलीं। उन्हें आसपास के लोगों ने तत्काल पहले कोलंबिया अस्पताल में पहुंचाया। वहां से मेदांता अस्पताल रेफर किया गया। स्थिति गंभीर होने पर उन्हें बाद में सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान रविवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। आग लगते ही गाय बाहर आ गई थी। इससे साफ है कि मां या बेटी में किसी ने आग लगते ही गाय को खूंटे से खोल दिया था। सेक्टर-पांच थाने में तैनात सबइंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि 100 प्रतिशत जलने से हिमांशी की मौके पर ही मौत हो गई थी। सुनीता 60 प्रतिशत जली थीं। लगता है गत्ते की वजह से आग ने कुछ ही मिनट में भीषण रूप धारण कर लिया था।
सब कुछ खत्म हो गया : अमनपुरा निवासी ऋषिपाल एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। हिमांशी उनकी इकलौती संतान थी। हादसे के दौरान वह ड्यूटी पर थे। सूचना मिलते ही घर पहुंचे, तब तक सबकुछ तबाह हो चुका था। इस हादसे से पूरे इलाके के लोग सदमे में हैं। बता दें कि जबसे गर्मी बढ़ी है तबसे शार्ट सर्किट की घटना काफी बढ़ गई है। इसे देखते हुए अग्निशमन विभाग लोगों से लगातार अपील कर रही है कि वे बिजली सिस्टम की मजबूती पर ध्यान दें।