द ब्लाट न्यूज़ । आम आदमी पार्टी के विधायक विशेष रवि ने कहा कि भाजपा की डीडीए ने गैरकानूनी तरीके से 40 साल पुरानी एससी-एसटी समुदाय के लोगों की कॉलोनी को उजाड़ दिया है। लगभग 17 परिवार बेघर हो गए। उन्होंने कहा कि डीडीए ने बिना किसी नोटिस के मकानों को तोड़ा। जबकि केंद्र और राज्य सरकार के पुनर्वास नियमों के अनुसार सभी परिवारों को पहले किसी अन्य जगह रहने के लिए घर दिए जाते हैं। इस मामले में नियमों का साफ उल्लंघन हुआ। उन्होंने डीडीए, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और कई अन्य संबंधित एजेंसियों को पत्र लिखा है।
आम आदमी पार्टी से करोल बाग के विधायक विशेष रवि ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि महरौली विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 1के 6/4 में 40 साल पुरानी एससी-एसटी समुदाय के लोगों की कॉलोनी थी। जिसमें लगभग 17 परिवार रह रहे थे। 15 जून को डीडीए ने बिना किसी सूचना के इन मकानों को तोड़ दिया। डीडीए के लोग कॉलोनी में पहुंचे और लोगों से 5 मिनट में सभी घर खाली करने को कहा। लोगों ने आश्चर्य से पूछा कि हमारी तो झुग्गी भी नहीं है, यह तो पक्के मकान हैं फिर इन्हें क्यों तोड़ा जा रहा है। हमारे पास सभी कागज भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा की हमारे पास आधार कार्ड है, बिजली का बिल है, वोटर कार्ड है। यह सब सुनने के बावजूद डीडीए के लोगों ने उनके मकान तोड़ दिए। विशेष रवि ने कहा कि अब वह 17 परिवार इधर उधर भटक रहे हैं। दिल्ली एससी-एसटी वेलफेयर कमेटी का चेयरमैन होने के नाते वे इस मामले को मीडिया में उठा रहे हैं।
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