गुवाहाटी: असम के कई जिलों में बाढ़ के कारण भीषण तबाही मची हुई है. बाढ़ और भूस्खलनों की घटना में राज्य में सात लोगों की और मौत हो गई है, जिसके बाद बाढ़ से मरने वालों की कुल तादाद बढ़कर 108 पर पहुंच गई है. सीएम हिमंता बिस्वा सरमा निरंतर बाढ़ की स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं. बीते दिन उन्होंने बाढ़ से प्रभावित सिल्चर का हवाई सर्वे किया था. 30 जिलों के 35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. हालांकि, एक दिन पहले यह आंकड़ा 32 जिलो में 54 लाख के पार था.
असम में बाढ़ की मौजूदा स्थिति पर पीएम मोदी भी नजर रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र असम में बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और इस चुनौती से निपटने के लिए असम सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि, ‘सेना और NDRF की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में मौजूद हैं. वे बचाव अभियान चला रहे हैं और प्रभावित लोगों की सहायता कर रहे हैं. वायुसेना ने निकासी प्रक्रिया के तहत 250 से अधिक उड़ानें भरी हैं।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 7 नई मौतें – कछार और बारपेटा से दो-दो और बजली, धुबरी और तामुलपुर जिलों से एक-एक दर्ज की गई थीं. अब तक कुल 108 लोगों की जान जा चुकी है. ज्यादातर प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि कुछ जगहों पर पानी कम होने के बाद भी जमीन के बड़े हिस्से में पानी भर गया है. हवाई सर्वे करने के बाद सीएम सरमा ने बराक घाटी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और ऐलान किया कि वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए आर्मी की अतिरिक्त टुकड़ियां सिल्चर कस्बे में भेजी जाएंगी.