द ब्लाट न्यूज़ । दिल्ली विश्वविद्यालय ने संबद्ध कॉलेजों से उनके यहां ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू होने के बाद काम के अतिरिक्त दबाव से निपटने के लिए आवश्यक अतिरिक्त शिक्षण और गैर शिक्षण स्टाफ सदस्यों की संख्या के बारे में जानकारी मांगी है। डीयू के एक अधिकारी ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी में 10 प्रतिशत की वृद्धि से छात्रों के लिए सीटों की संख्या में वृद्धि हुई है। हालांकि, शिक्षकों और गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की संख्या जस की तस है। ज्ञात हो कि 2019 में सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षण लागू किया गया था। उनका कहना है कि इससे शिक्षक-छात्र अनुपात प्रभावित हुआ है और शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है। इसलिए हमने कॉलेजों से शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की संख्या के बारे में डेटा प्रदान करने के लिए कहा है।
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