द ब्लाट न्यूज़ । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारत दौरे पर आए उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष रिचर्ड मार्लेस बुधवार को अपनी बैठक में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और आगे बढ़ाने के लिए नई पहल की संभावना की तलाश करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्री साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी “मुक्त, खुले, समावेशी और समृद्ध” हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।
पिछले महीने संसदीय चुनावों में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन नीत गठबंधन की हार के बाद प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की लेबर पार्टी सत्ता में आयी। उसके बाद मार्लेस की यात्रा ऑस्ट्रेलिया से भारत की पहली उच्च स्तरीय यात्रा है।
मार्लेस ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री भी हैं और उनकी चार दिवसीय भारत यात्रा सोमवार को शुरू हुई।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “दोनों मंत्री दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग की समीक्षा करेंगे तथा द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के लिए नई पहल का पता लगाएंगे। दोनों मंत्री साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।”
मार्लेस ने गोवा में गोवा शिपयार्ड लिमिटेड का दौरा किया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “भारत और ऑस्ट्रेलिया की जून 2020 से व्यापक रणनीतिक साझेदारी है और रक्षा इस साझेदारी का एक प्रमुख स्तंभ है। यह साझेदारी मुक्त, खुले, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।”
बयान में कहा गया है, “दोनों लोकतंत्रों के पूरे क्षेत्र की शांति और खुशहाली में समान हित हैं।”
उप प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक योग सत्र में भी भाग लिया।
उन्होंने ट्वीट किया, “भारत में कुछ दिनों की व्यस्तता से पहले सुबह की शुरुआत योग के साथ हुई। कुछ दिनों के व्यस्त कार्यक्रमों के बीच, अपने समकक्षों से मिलने और करीबी साझेदारी को देखने के लिए उत्सुक हूं।”
सिंह ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग करते देखकर खुशी हुई।”
उन्होंने कहा, “योग दिवस कार्यक्रम में उनकी भागीदारी इन समारोहों को उल्लेखनीय और खास बना देती है। नई दिल्ली में उनसे मिलने को उत्सुक हूं।”
रिचर्ड मार्लेस ने सोमवार को कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया का ‘सबसे करीबी’ सुरक्षा साझेदारों में से एक है तथा ऑस्ट्रेलिया मुक्त एवं समावेशी हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए उसके साथ निकटता से काम करने को इच्छुक है।