द ब्लाट न्यूज़ । आगरा नगर निगम की गाड़ियों से ड्राइवरों द्वारा रोजाना लाखों रुपये का पेट्रोल- डीजल खुलेआम चोरी करके बेचा जा रहा है। जानकरी के बाद भी जिम्मेदार चुप बैठे हुए हैं। वीडियो सामने आने के बाद अब कार्रवाई की बात कही जा रही है।
आगरा नगर निगम में 1500 से अधिक गाड़ियां हैं। इन गाड़ियों में रोजाना लाखों रुपये का पेट्रोल- डीजल इस्तेमाल होता है। सालों से गाड़ियों के ड्राइवरों द्वारा पेट्रोल- डीजल बेचा जा रहा है। खुलेआम कर्मचारी ईंधन बेच रहे हैं और खरीदार तेल माफिया कालाबाजारी कर रहे हैं। मामले का वीडियो मीडिया के कैमरे में कैद हुआ है।
नगर निगम के ड्राइवरों द्वारा पहले कुबेरपुर के पास सड़क किनारे खुलेआम तेल चोरी कर बेचा जाता था। कई बार वीडियो वायरल होने के बाद अब कर्मचारियों और तेल माफियाओं ने शाहदरा में अवैध पार्किंग पर अड्डा बना लिया है। यहां पहले से तेल माफियाओं के गुर्गे बड़े-बड़े गैलन और पाइप लिए तैयार बैठे रहते हैं। नगर निगम की गाड़ियां लेकर चालक आते हैं और गाड़ी खड़ी कर गुर्गों को बता देते हैं। जितने लीटर तेल चालक बताता है, उतना तेल निकाल लिया जाता है और चालक को उसके तय पैसे दे दिए जाते हैं।
नगर निगम द्वारा सभी गाड़ियों के रूट तय हैं। उनमें जीपीएस भी लगाए गए थे, इसके बाद भी गाड़ियों से तेल चोरी कर बेचा जा रहा है। वाहन चालक गाड़ी का एवरेज कम दिखाते हैं और कई बार तय रुट से शार्ट कट मारकर डीजल बचा लेते हैं और 2 से 3 दिन इकट्ठा हो जाने पर डीजल को बेच देते हैं। नगर निगम के एक चालक के अनुसार सभी अधिकारियों को यह जानकारी है पर सब कुछ सेट है। तेल खरीदार ही पुलिस और अन्य विभागों से सेटिंग करते हैं। सूत्रों की मानें तो रोजाना तेल माफिया इसी तरह कई विभागों की गाड़ियों से रोजाना हजारों लीटर पेट्रोल और डीजल खरीदते हैं और इनमें मिलावट कर ग्रामीण क्षेत्रों में फुटकर बिक्री और कुछ पेट्रोल पंप में सप्लाई कर देते हैं।