द ब्लाट न्यूज़ पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा बोले- देश की सेना में ‘अग्निपथ योजना’ के तहत अग्निवीर लेने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने किया है। ये हमारे देश के खिलाफ है। देश की सुरक्षा के खिलाफ है। युवाओं के खिलाफ है। पहले इन्होंने किसान पुत्रों के साथ धोखा किया। फिर व्यापारियों के साथ धोखा किया। नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को तोड़ दिया। अब 4 साल की भर्ती करने का जो निर्णय लिया गया है। ये युवाओं के खिलाफ है। इसको तुरंत वापस लेना चाहिए। कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत सब लोग इन युवाओं के साथ खड़े है। जैसे किसानों से मांफी मांगी। वैसे इनको देश से माफी मांगनी पड़ेगी। जब तक समय निकल जाएगा।
डोटासरा बोले- ये बहुत बड़ा मुद्दा है, जिस सेना के शौर्य के पीछे छीपकर 2019 का चुनाव जीता। वह आज उस सेना के पीछे भी पड़े हुए है। वह उस सेना में भी टुकड़े करना चाहते हैं। आरएसएस के लोगों को भरना चाहते हैं। एक चौथाई ले लेंगे, उसके बाद फिर तीन चौथाई का क्या होगा। उसके बाद वह कहां जाएंगे। बड़ी-बड़ी कंपनियों में गनमैन और उनके गोदामों के रखवाली के लिए पहरेदार रखना चाहते हैं। उसके लिए ट्रेंड कर रहे है क्या? युवा और किसान के वोट से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उनको भी परेशान करके रख दिया। उसके लिए भी तीन काले कानून और आज नौजवानों के लिए भी दरवाजे बंद कर दिए। कांटेक्ट भर्ती गलत है, हम इसका पूरा विरोध करते हैं। केंद्र की सरकार को इस योजना को वापस लेना चाहिए। अमर जवान ज्योति से शुरू हुई रैली का स्टेचू सर्किल, पांच बत्ती चौराहा, अजमेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़ व छोटी चौपड़ होते हुए पीसीसी पर समापन हुआ। तिरंगा वाहन रैली में गहलोत सरकार के कई मंत्री और कांग्रेस से जुड़े कई बड़े नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।