आनलाइन ठगी की चर्चा होते ही सबसे पहले जामताड़ा गैंग का नाम सामने आ जाता है। जामताड़ा से हो रहे साइबर क्राइम पर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। लेकिन राजस्थान का सेक्सटार्शन गैंग अब इसे पीछे छोड़ चुका है। राजधानी रायपुर पुलिस की रिपोर्ट तो यही कहती है। रिपोर्ट के अनुसार, इस गैंग का जाल देशभर में तेजी से फैल चुका है। रायपुर और दुर्ग जिले में आनलाइन ठगी के 100 में से 80 मामले सेक्सटार्शन गैंग के हैं। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट में इसकी शिकायतें लगातार आ रही हैं।
सेक्सटार्शन गैंग के लोग वाट्सएप पर युवती की फोटो लगाकर झांसे में लेते हैं। फिर मैसेज भेजकर संबंध बनाने का आफर देते हैं। इनके झांसे में आकर जो वीडियो काल के जरिए संपर्क करते हैं, बाद में ये उन्हें ब्लैकमेल कर, धमकी देकर रुपये वसूल लेते हैं। पैसे न देने पर वीडियो को इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देते हैं। जामताड़ा गैंग के लोग ज्यादातर बैंक की ओटीपी मांगकर ठगी करते हैं, लेकिन वक्त के साथ लोगों में जागरूकता आई है और उन्होंने ओटीपी देना बंद कर दिया है। वहीं, सेक्सटार्शन गैंग के झांसे में लोग जल्दी आ जा रहे हैं।
सेक्सटार्शन गैंग अभी युवाओं को सबसे ज्यादा टारगेट कर रहा है। टारगेट करने से पहले व्यक्ति के सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के बारे में ठक जान लेते हैं।आज के युवाओं में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा फालोअर्स रखने को ट्रेंड चल रहा है। ऐसे में युवा बिना जांच-पड़ताल किए नई फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेते हैं। इसके दुष्परिणाम उन्हें बाद में पता चलता है, जब वे फर्जीवाड़े का शिकार हो जाते हैं।