मोबाइल पर गेम खेलने से मां ने रोका तो बच्चे ने गोली मारकर की हत्या ,बहन को धमकाया और तीन दिन तक घर के अंदर ही रहा कैद

मोबाइल पर गेम खेलने की लत कितनी घातक है इसका अंदाजा आप इस घटना से लगा सकते हैं। राजधानी लखनऊ के पीजीआइ इलाके के पंचमखेड़ा यमुना पुरम में एक 16 वर्षीय किशोर को मोबाइल पर बैटल ग्राउंड गेम (पुराना नाम पब्जी) खेलने की ऐसी लत लगी की उसने मां के मना करने पर गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद 10 साल की बहन को धमकाया। तीन दिन तक बहन के साथ घर के अंदर ही रहा। मंगलवार रात जब दुर्गंध बर्दाश्त नहीं हुई तो पिता को फोन कर घटना की जानकारी दी और कहा कि एक युवक ने मेरी मां की हत्या कर दी है। पुलिस जब सूचना पर पहुंची तो पूछताछ में घटना का राजफाश हुआ।

एडीसीपी पूर्वी सैयद मोहम्मद कासिम आब्दी के मुताबिक किशोर क्षेत्र स्थित स्कूल से कक्षा 10 का छात्र है। उनके पिता नवीन सिंह सेना में जेसीओ (जूनियर कमीशन आफीसर) के पद पर तैनात हैं। इस समय उनकी पोस्टिंग आसनसोल में हैं। अक्षांश यहां अपनी मां 40 वर्षीय मां साधना और बहन के साथ रह रहा था। शनिवार रात उसने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से सिर में गोली मार कर मां की हत्या कर दी।

घटना के समय बहन दूसरे कमरे में थी। गोली की आवाज सुनकर वह भागकर पहुंची तो बहन को धमकाने लगा। इतना ही नहीं तीन दिन तक उसने बहन को घर में धमका कर रखा। मंगलवार को जब शव की दुर्गंध ज्यादा तेज हो गई। किशोर से बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने अपने पिता को फोन कर सूचना दी।

उसने कहा कि पापा, एक युवक घर में आता था। वह तीन दिन पहले रात में आया था। उसने मुझे और बहन को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद मां की गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद वह रात भर रुका। दूसरे दिन भी रुका और उसने शोर मचाने पर हम सबकी हत्या की धमकी दी थी। मंगलवार को जब वह चला गया तो हम सबने सूचना दी। यह सुनते ही नवीन के होश उड़ गए।

उन्होंने आनन फानन की पुलिस और पड़ोसियों को सूचना दी। पुलिस पहुंची पड़ताल शुरू की गई। फोरेंसिक टीम से मौके का निरीक्षण कराया गया। कमरे से पिस्टल भी बरामद कर ली गई है। एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ में बच्चे ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की इसके बाद थाने लेकर जाकर उससे गहन पूछताछ हुई। वहीं, उसकी बहन से अलग पूछताछ की गई तो उसने सारी घटना बताई। उसके बाद किशोर ने बताया कि हत्या उसी ने की है। घटना से संबंधित अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आरोपित बच्चे को हिरासत में ले लिया गया है।

एडीसीपी ने बताया कि आरोपित बच्चे की मां साधना अकसर उसे मोबाइल पर गेम खलने के लिए मना करती थी। इस पर वह नाराज होता था। मां से अकसर झगड़ा भी होता था। साधना उसे पीटती थी तो वह खाना भी नहीं खाता था। मोबाइल गेम का लती हो गया था। कई बार छुट्टी पर नवीन ने भी आने पर मोबाइल पर गेम खेलने से मना किया। इस पर वह पिता से भी गुस्सा जाता था। गेम के कारण बहुत जिद्दी हो गया था।

पूछताछ में आरोपित बेटे ने कबूली सारी बात : आरोपित बेटे ने बताया कि मैंने मां की शनिवार की देर रात में ही गोली मारकर हत्‍या कर दी थी। गोली की आवाज सुनकर बहन उठ गई तो उसे भी डरा धमकाकर दूसरे कमरे में बंद कर दिया। मैंने मां का शव तीन दिनों तक कमरे में ही बंद रखा था। मुझे जब घबराहट होती थी तो मैं दोस्‍त को बुला लिया करता था और उसके साथ टाइम पास करता था। बीच-बीच में बहन को कमरे में बंद कर क्रिकेट भी खेलने जाया करता था। वहीं घर में दुर्गंध ज्‍यादा न हो इसके लिए कई बार रूम फ्रेशनर भी उाला करता था।

आरोपित बेटे से मिलने पहुंचे पिता : आरोपित बेटे के पिता जब थाने उससे मिलने पहुंचे तो उसने कहा कि आप भी तो मुझे डांटा करते थे। वहीं नाना व नानी का रो रोकर बुरा हाल है। बेटे ने बताया कि जब भी नाना या नानी का फोन आता था तो मैं वाट्सएप पर मां बनकर बात कर लिया करता था। हालांकि आज पुलिस ने घर पहुंच कर दोबारा जांच की।

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