गदपुरी टोल प्लाजा के लिए जमीन की हुई पैमाइश

द ब्लाट न्यूज़ । गदपुरी टोल प्लाजा के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सोमवार को गांव गदपुरी में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के पास जमीन की पैमाइश की गई। इसके बाद अब जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी और ग्रामीण मौजूद रहे।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी धीरज सिंह के मुताबिक गदपुरी में शुरू होने वाले टोल प्लाजा के लिए होने वाले जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जमीन की पूरी पैमाइश होने के बाद पता चलेगा कि टोल प्ला•ा के लिए कितनी जमीन की आवश्कयता है।

बता दें कि गदपुरी में टोल प्लाजा की इमारत को बिना जमीन अधिग्रहण किए बना दिया गया था। ग्रामीणों के विरोध के बाद एसडीएम कोर्ट में अर्जी डाली गई थी। इसके बाद बीडीपीओ ने इस इमारत को तोड़ने के लिए सुरक्षाबल की मांग की थी। ग्रामीणों का कहना है कि बिना जमीन का अधिग्रहण किए इमारत बना दी गई, जो कि गैरकानूनी कार्य है। अवैध निर्माण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

शनिवार को हुई थी बैठक

बीते शनिवार को शहर के विश्राम गृह में ग्रामीणों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह भी मौजूद थे। बैठक में तय हुआ था कि गदपुरी टोल प्ला•ा के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सबसे पहले जमीन का अधिग्रहण करेगा। इसके लिए सोमवार को जमीन की पैमाइश का कार्य होना तय हुआ था।

16वें दिन भी जारी रहा धरना

उधर इस टोल प्लाजा के खिलाफ ग्रामीणों का धरना लगातार जारी है। धरना सोमवार को 16वें दिन भी चलता रहा। सोमवार को धरना में असावटी और गदपुरी गांव की महिलाओं ने हिस्सा लिया। धरने में पूव4 मंत्री करण सिंह दलाल, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा, शशिबाला तेवितिया, टोल प्लाजा हटाओ संघर्ष समिति के संयोजक रतन सिंह सौरोत लक्ष्मण चेयरमैन, पूर्व सरपंच देवा, करण पहलवान असावटी आदि मौजूद रहे।

धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा कि टोल प्लाजा के लिए बनाई गई इमारत का ना तो कोई जमीन अधिग्रहण किया गया और ना ही पंचायत की अनुमति ली गई। यह टोल प्लाजा गैरकानूनी तरीके से बना दिया गया। करीब छह एकड़ जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किया गया है।

टोल प्लाजा बनाते समय कई अन्य नियमों की भी अनदेखी की गई है। उनके धरने को स्थानीय निवासियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह टोल प्लाजा क्षेत्रवासियों के हित में नहीं है। इस टोल प्लाजा के शुरू हो जाने से स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। इससे क्षेत्र का विकास भी प्रभावित होगा। इस टोल प्लाजा के लिए वह हर स्तर पर लड़ाई लड़ रहे हैं। क्षेत्रवासियों के साथ किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

Check Also

भारतीय बैंकों में पिछले 10 सालों में 3.94 लाख करोड़ रुपये की हुई धोखाधड़ी

RTI Exclusive: भारतीय बैंकों में पिछले 10 सालों में 3.94 लाख करोड़ रुपये की धोखाधड़ी …