द ब्लाट न्यूज़ । ब्रिटेन के 22 विश्वविद्यालयों का एक शिष्टमंडल पांच दिवसीय दौरे पर भारत आएगा। इस दौरान वह नई शिक्षा नीति (एनईपी) से संबंधित सहयोग की संभावनाएं तलाशेगा। ब्रिटिश सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के उच्च शिक्षा से जुड़े अधिकारियों का यह सबसे बड़ा शिष्टमंडल होगा, जो दोनों देशों के बीच उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में संबंधों को नई ऊर्जा देने के उद्देश्य से राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ छह से 10 जून तक बैठक करेगा।
सांस्कृतिक संबंधों और शैक्षणिक अवसरों के लिए ब्रिटेन का अंतरराष्ट्रीय संगठन ‘ब्रिटिश कॉउंसिल’ इस शिष्टमंडल की मेजबानी करेगा। इसमें ब्रिटेन के 22 विश्वविद्यालयों और अन्य विभागों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जो भारत सरकार की संस्थाओं व विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
ब्रिटिश सरकार के ‘इंटरनेशनल एजुकेशन चैम्पियन’ स्टीव स्मिथ ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “महामारी के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच शिक्षा क्षेत्र में संबंध और मजबूत बनकर उभरे हैं। अगले कुछ दिनों में शिष्टमंडल कई क्षेत्रों में भारत-ब्रिटिश साझेदारी को विस्तार देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसमें सहयोग के कई मॉडल का सहारा लिया जाएगा, मसलन ‘ट्रांसनेशनल एजुकेशन’ (टीएनई), डुअल डिग्री, ज्ञान और विशेषज्ञता साझा करना आदि।”
स्मिथ ने कहा, “हम एनईपी 2020 के क्रियान्वयन से मिले अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं और आश्वस्त हैं कि हमें दिल्ली अहमदाबाद, बेंगलुरु व कोलकाता में सरकारी कार्यालयों से मदद मिलेगी। अगले चार दिन के दौरान शिष्टमंडल दस राज्यों से बातचीत करेगा और उम्मीद है कि इससे कई साझेदारियों के लिए जमीन तैयार होगी।”
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