-कोविंद लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट के 125वें वर्ष समारोह में हुए शामिल
द ब्लाट न्यूज़ । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को पुणे में दिवंगत लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट के 125वें वर्ष समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने पुणे में गणपति मंदिर और दत्तात्रेय मंदिर की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दगडूशेठ परिवार की सराहना की।
उन्होंने कहा कि दगडूशेठ गणपति उत्सव मनाने में लोकमान्य तिलक के साथ भी निकटता से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि गणपति उत्सव ने हमारी राष्ट्रीय राजनीति में अमूल्य योगदान दिया है। यह त्योहार ब्रिटिश शासन के खिलाफ राष्ट्रवाद और सामाजिक समरसता के स्रोत के रूप में उभरा था।
श्री कोविंद ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भगवान दत्तात्रेय मंदिर के संरक्षण और जीर्णोद्धार के अलावा, श्रीमती लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और अनाथालयों और वृद्धाश्रमों के लिए भोजन प्रदान करने जैसे विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यों में भी लगा हुआ है। उन्होंने दगडूशेठ परिवार और ट्रस्ट की उनके सामाजिक और कल्याणकारी कार्यों के लिए सराहना की।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुणे और महाराष्ट्र देश के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यों में हमेशा सबसे आगे रहेंगे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम करने वाली तीन महिलाओं को लक्ष्मीबाई मेमोरियल अवार्ड्स 2022 राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार पाने वालों में डॉक्टर माधुरी कानिटकर, कुलपति, महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, अंतर्राष्ट्रीय बोनसाई विशेषज्ञ डॉक्टर प्राजक्ता काले और डॉक्टर भाग्यश्री पाटिल, अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक डॉक्टर डी. वाई. पाटिल अभिमत विश्वविद्यालय, पिंपरी। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा श्री दत्त
मंदिर के 125 वर्षों के कार्य की समीक्षा करते हुए ‘लक्ष्मीदत्त’ नामक एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर दत्त मंदिर के संक्षिप्त इतिहास पर एक फिल्म भी दिखाई गई।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार और राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, ट्रस्ट के अध्यक्ष वकील प्रताप परदेशी उपस्थित थे।
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