द ब्लॉट न्यूज़ । कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा छापेमारी किए जाने के बाद शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि बतौर सांसद उनके विशेषाधिकारों का घोर हनन किया गया है और ऐसे में वह इसका तत्काल संज्ञान लें।
कार्ति ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ की गयी छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित संसद की स्थायी समिति के ‘बहुत ही गोपनीय” व्यक्तिगत नोट और कागजात जब्त किए।
उनका कहना है कि वह इस संसदीय समिति के सदस्य हैं और केंद्रीय एजेंसी के लोगों द्वारा उनके संसदीय विशेषाधिकारों का घोर हनन किया गया है।
तमिलनाडु के शिवगंगा लोकसभा क्षेत्र से सांसद कार्ति ने पत्र में दावा किया, “मेरे और मेरे परिवार को निशाना बनाने के लिए सरकार और उसकी एजेंसियों द्वारा निरंतर मुहिम चलाई जा रही है। सरकार और उसकी एजेंसियां एक के बाद फर्जी मामला गढ़कर हमारी आवाज को खामोश करना चाहती हैं।”
उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह इस मामले का तत्काल संज्ञान लें।
सीबीआई ने बृहस्पतिवार को कार्ति चिदंबरम से 2011 में 263 चीनी नागरिकों को वीजा जारी कराने से संबंधित एक कथित घोटाले के संबंध में लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह कथित घोटाला उस समय का है, जब कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे।
कार्ति ने आपने खिलाफ लगे आरोपों को फर्जी करार देते हुए कहा है कि यह सब एक राजनीतिक प्रतिशोध के तहत किया जा रहा है।
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