द ब्लाट न्यूज़ । दिल्ली-आगरा हाईवे-19 पर एक कार चालक ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। हादसे के बाद बंपर के नीचे एक व्यक्ति फंसा रहा और वह अपनी कार को दौड़ाता रहा। करीब दो किमी कार दौड़ाने के बाद पीछे से दूसरे कार चालक ने ओवरटेक कर उसे रुकवाया। तब जाकर बंपर के नीचे फंसा व्यक्ति सड़क पर गिर गया। इसके बाद दुर्घटना करने वाला चालक कार के साथ मौके से फरार हो गया। फिर घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी पहचान बाबू नगर बल्लभगढ़ निवासी जमुना प्रसाद के रूप में हुई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शरू कर दी है।
शनिवार रात को यह दुर्घटना हाईवे पर वाईएमसीए चौक से अजरौंदा फ्लाईओवर के बीच हुई। बाबू नगर निवासी हरिकिशन सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे 48 वर्षीय जमुना प्रसाद सेक्टर-6 स्थित एक कारखाने में कटिग इंचार्ज के तौर पर कार्य करते थे। शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे कारखाने से छुट्टी होने के बाद वह बाइक पर सवार होकर घर जाने के लिए निकले थे। हाईवे पर वाईएमसीए चौक के पास एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इस दौरान जमुना प्रसाद कार के बंपर के नीचे फंस गए। इससे कार चालक घबरा गया और उसने कार दौड़ा दी। इस दौरान सेक्टर-29 निवासी कुलदीप अपनी कार से हाईवे से गुजर रहे थे। अजरौंदा फ्लाईओवर से पहले उन्होंने कार के नीचे व्यक्ति को फंसे देखा तो ओवरटेक कर उस कार को रुकवाया। कार के रुकते ही जमुना प्रसाद सड़क पर गिर गए और टक्कर मारने वाला चालक कार सहित फरार हो गया। हालांकि उसके भागते वक्त उसकी कार की फोटो कुलदीप ने अपने मोबाइल में ले ली। कुलदीप ने बताया कि जमुना प्रसाद की सांसें चल रही थीं, इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि वहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जमना प्रसाद चार बहनों के इकलौते भाई थे। उनके 18 और 16 साल के दो बेटे हैं।
सेक्टर-आठ थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि हादसा करने वाली कार का नंबर मिल गया है। चालक की तलाश की जा रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।