येरेवान । आर्मीनिया के संसदीय चुनाव के शुरुआती नतीजों में प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे चल रहे हैं।
देश के निर्वाचन आयोग ने रविवार को बताया कि आठ प्रतिशत मतों की गिनती के बाद, निकोल पशिनयान की ‘सिविल कॉन्ट्रैक्ट पार्टी’ को करीब 62 प्रतिशत और पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट कोचरयान की पार्टी को 18 प्रतिशत वोट मिले हैं।
प्रधानमंत्री पशिनयान ने नवम्बर में हुए शांति समझौते के बाद जनता के रोष को शांत करने के लिए समय से पहले ही रविवार को चुनाव कराने का आह्वान किया था। पिछले कई महीने से प्रदर्शनकारी पशिनयान के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। रूस की मध्यस्थता से हुए समझौते से आर्मीनिया और अजरबैजान की सेना के बीच छह सप्ताह से चल रही जंग खत्म हो गयी , लेकिन अजरबैजान ने नागोर्नो-काराबाख के बड़े हिस्से तथा आसपास के इलाके पर अपना नियंत्रण बना लिया, जहां पिछले कई वर्षों से आर्मीनिया की सेना का कब्जा था।
राजनीतिक उठापठक के बावजूद रविवार को केवल 49 प्रतिशत ही मतदान हुआ। समय से पहले चुनाव के लिए पशिनयान प्रधानमंत्री पद से हट गए थे और वह वर्तमान में कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। चुनावी मैदान में 21 राजनीतिक दल और चार गठबंधन हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला दो राजनीतिक शक्तियों-पशिनयान के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ ‘सिविक कॉन्ट्रैक्ट पार्टी’ और पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट कोचरयान के ‘आर्मीनिया अलायंस’ के बीच है।
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