द ब्लाट न्यूज़ । ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ईकोविलेज एक सोसायटी में रविवार रात बिजली आपूर्ति बाधित होने पर लोगों ने हंगामा किया। बिजली ट्रिपिग की समस्या ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया। इससे परेशान निवासियों ने बिल्डर विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
सोसायटी निवासी सुमित सक्सेना ने बताया कि सोसायटी में कब्जा मिलने के बाद 42 सौ फ्लैट में लोगों ने रहना शुरू कर दिया है। रविवार रात करीब 11 बजे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। कुछ समय बाद डीजल जेनरेटर सेट ने भी जवाब दे दिया। दूरभाष के जरिये रखरखाव प्रबंधन के कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। भीषण गर्मी का दंश झेल रहे निवासी एकत्र होकर रखरखाव प्रबंधन के कार्यालय पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। इससे निवासी आक्रोशित हो उठे। सोसायटी निवासी मनीष कुमार ने बताया कि सुबह चार बजे तक बिजली ट्रिपिग की समस्या बनी रही। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे रखरखाव प्रबंधन के कर्मचारी नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड से ट्रिपिग की समस्या होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ते रहे। वहीं एनपीसीएल के अधिकारियों ने कंपनी के बिजली नेटवर्क के कारण ट्रिपिग की समस्या होने से इंकार कर दिया। जिससे निवासी भड़क गए।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डर के खिलाफ नेशनल कंपनी ला ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में मामला जाने और बिल्डर के दिवालिया घोषित होने के बाद रखरखाव प्रबंधन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर उदासीन हो गया है। सोसायटी में अव्यवस्था फैली हुई है। बिल्डर ने जरूरत के मुताबिक लोड नहीं ले रखा है। डीजल जेनरेटर सिस्टम भी कुछ देर चलने के बाद जवाब दे देता है। रखरखाव और बिजली के नाम पर मोटा शुल्क देने के बाद भी भीषण गर्मी में लोग सड़क अथवा पार्कों में परिवार के साथ बैठकर रात काटने को मजबूर हैं।