द ब्लाट न्यूज़ । दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के 539 प्राथमिक स्कूल हैं और नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विभिन्न बुनियादी कौशलों के विकास के लिए पुस्तक पढऩे की रुचि को विकसित करने की दिशा में निगम स्कूलों की लाइब्रेरी का स्वरूप बदला जा रहा है। अलग-अलग एनजीओ के साथ मिलकर उन्हें और अधिक आकर्षक पुस्तकों से सुसज्जित एवं सुविधासंपन्न बनाने के लिए 125 स्कूलों में रीडिंग कॉर्नर बनाए जा रहे हैं।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने बताया कि निगम के शिक्षा विभाग ने गैर सरकारी संगठन एंजेलिका फाउंडेशन, रूम टू रीड, कथा के सहयोग से करीब 125 स्कूलों को सुसज्जित एवं सुविधा युक्त लाइब्रेरी बनाई जा रही हैं। ज्ञानेश भारती ने कहा कि जब कोई बच्चा एक अच्छी किताब पढ़ता है तो आने वाले भविष्य में उसके लिए रोशनी का नया द्वार खुलता है। सभी उम्र के बच्चों के लिए उनकी रुचि और स्तर के अनुकूल पुस्तकें उपलब्ध हैं। यह एक ऐसी क्रांति है जिसकी समाज पर सकारात्मक प्रभाव की गूंज दूर तक सुनाई देगी।
शिक्षा विभाग ने तुगलकाबाद एक्सटेंशन, कालकाजी, प्रेमनगर, आश्रम सहित 56 निगम स्कूलों में व दक्षिणी क्षेत्र के अंबेडकर नगर, खानपुर, देवली, पुष्प विहार, आरकेपुरम इत्यादि स्थानों पर स्थित 39, पश्चिमी क्षेत्र के टैगोर गार्डन, रघुबीर नगर, सुभाष नगर इत्यादि स्थानों पर स्थित 30 निगम स्कूलों में लाइब्रेरी बनाई हैं। जल्द ही नजफगढ़ क्षेत्र के स्कूलों में लाइब्रेरी बनेंगी। उन्होने कहा कि निगम के जिन प्राथमिक स्कूलों में पुस्तकालय के लिए अलग से कक्ष उपलब्ध नहीं है वहां पर रूम टू रीड एवं कथा नामक एनजीओ के साथ मिलकर निगम के सभी चारों क्षेत्रों में 73 रीडिंग कॉर्नर स्थापित किए हैं।
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