रामपुर रोड पर चार मई को लोहे के पाइपों के नीचे दबने से हुए किशोर की मौत के मामले में कार्यदायी कंपनी एचपीसीएल (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कोरपोरेशन लिमिटेड) को भेजे गए नोटिस का जवाब अब तक नहीं मिला है। जबकि इसके लिए नौ मई अंतिम तिथि थी। वहीं, अब लोक निर्माण का कहना है कि मामले को वह डीएम की बैठक में उठाएगा।
रामपुर रोड पर एचपीसीएल इन दिनों गैस पाइपलाइन बिछा रहा है। शर्तों के मुताबिक काम के दौरान हादसे की आशंका से बचाव के सभी उपाय किए जाने थे। लेकिन कंपनी ने लापरवाही से काम किया। जिस वजह से चार मई को जीतपुर नेगी निवासी 14 वर्षीय मनोज कश्यप की महिंद्रा शोरूम के पास लोहे के पाइपों के बीच दबने से मौत हो गई थी।
लोनिवि के इंजीनियरों ने घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार की, जिसमें काम के दौरान सुरक्षा प्रबंधन में चूक की बात कही गई। इस पर पांच मई को नोटिस भेजकर लोनिवि ने एचपीसीएल को नौ मई तक जवाब देने को कहा था। लेकिन एचपीसीएल ने नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया। वहीं, ईई अशोक कुमार का कहना है कि बुधवार को डीएम कार्यालय में आयोजित बैठक में इस मामले को उठाया जाएगा।
बदहाल सड़क से हिम्मतपुर तल्ला के लोग परेशान
हिम्मतपुर तल्ला वार्ड 41 में सड़क की बदहाली की वजह से लोग परेशान हैं। स्थानीय निवासी राकेश भट्ट ने बताया कि चार माह पहले सड़क खोदकर पत्थर बिछाए गए। लेकिन डामर अब तक नहीं डाला। लोनिवि से सवाल करने पर कहा कि एचपीसीएल ने रोड को खराब किया है। इसलिए काम नहीं हो पा रहा।
एचपीसीएल की तरफ से भी सही जानकारी नहीं दी गई। अब लोनिवि के अधिकारी कंपनी संग बैठक करने की बात करते हैं। लेकिन सड़क की सुध लेने को कोई तैयार नहीं है। टूटी सड़क और उड़ती धूल से लोग परेशान हो चुके हैं।