किसके हाथों में आई सशस्त्र बलों की कमान…

-दो साल पहले भी भारतीय सेनाओं का नेतृत्व करने वाले एक ही एनडीए बैच के थे तीन साथी
-तीनों मौजूदा प्रमुखों ने अकादमी में बिताए पलों को याद किया, यहीं पड़ी थी दोस्ती की नींव

द ब्लाट न्यूज़ । यह देश के लिए लगातार दूसरा मौका है जब एक ही बैच के ‘तीन दोस्तों’ के हाथों में देश की तीनों सेनाओं की कमान है। जी हां, नए थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के 61वें बैच के साथी हैं। इससे पहले भारतीय सशस्त्र बलों का नेतृत्व करने वाली ‘तिकड़ी’ में एडमिरल करमबीर सिंह, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी 56वें एनडीए बैच के साथी थे।

नए थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्हें दिसंबर, 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स की रेजिमेंट बॉम्बे सैपर्स में कमीशन दिया गया था। एडमिरल आर हरि कुमार ने दिसंबर, 2021 में भारतीय नौसेना के नए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। उन्हें 01 जनवरी, 1983 को भारतीय नौसेना में कमीशन दिया गया था और उन्होंने गनरी में विशेषज्ञता हासिल की। एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने सितंबर, 2021 में नए भारतीय वायु सेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाला। रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के पूर्व छात्र वीआर चौधरी ने एक फ्रंटलाइन फाइटर स्क्वाड्रन और एक फाइटर बेस की कमान संभाली है। तीनों प्रमुखों ने अकादमी में बिताए पलों को याद किया जब यहीं से दोस्ती की नींव पड़ी थी।

सेना प्रमुख जनरल पांडे का जन्म डॉ. सीजी पांडे और ऑल इंडिया रेडियो में अनाउंसर और होस्ट रह चुकीं प्रेमा के यहां हुआ था। उनका परिवार नागपुर से है। शुरुआती स्कूलिंग के बाद जनरल मनोज पांडे ने एनडीए ज्वाइन की। एनडीए के बाद उन्होंने इंडियन मिलिट्री एकेडमी ज्वाइन की और बतौर अफसर कमीशन लिया। उन्होंने 3 मई 1987 को सरकारी डेंटल कॉलेज की गोल्ड मेडलिस्ट अर्चना सल्पेकर से शादी की। एडमिरल कुमार की शादी कला नायर से हुई है, जिनसे उनकी एक बेटी है। उसे तैराकी, बैडमिंटन खेलना और घूमना पसंद है।

एयर चीफ मार्शल चौधरी ने नीता चौधरी से शादी की है। उनके दो बेटे हैं जिसमें से एक भारतीय वायु सेना में राफेल फाइटर जेट पायलट है। चौधरी का जन्म रामभाऊ गणपत चौधरी के घर हुआ था। उनकी मां एक स्कूल हेडमिस्ट्रेस थीं। उनके दादा हडगांव तालुका के एक गांव कोली में जिला परिषद स्कूल में शिक्षक थे। उन्होंने नांदेड़ के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की। परिवार हैदराबाद चला गया क्योंकि उसके पिता ने वहां एक कंपनी शुरू की थी। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भेल हायर सेकेंडरी स्कूल, रामचंद्रपुरम, हैदराबाद से की। इसके बाद वे पुणे चले गए और एक सैन्य स्कूल में दाखिला लिया।

दो साल पहले भी एनडीए के 56वें बैच के तीन साथियों एडमिरल करमबीर सिंह, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने एक साथ भारतीय सशस्त्र बलों का नेतृत्व किया था। इसमें नौसेना प्रमुख दिसंबर, 2021 में और वायु सेना प्रमुख सितंबर, 2021 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। तीनों दोस्तों ने यहीं से एक बैच में तब पढ़ाई की थी जब एनडीए को ‘संयुक्त सेवा विंग’ के नाम से जाना जाता था। इस तिकड़ी के तीसरे साथी जनरल नरवणे के 30 अप्रैल, 2022 को रिटायर होने के बाद लगातार दूसरी बार एनडीए के 61वें बैच के तीन ‘दोस्तों’ को एक साथ देश की सेनाओं का नेतृत्व करने का मौका मिला है। तीनों दोस्त आज मनोज पांडे को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के मौके पर मौजूद थे।

 

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