एनडीआरएफ के जवानों ने बीच नदी में फंसे सौ से अधिक लोगों को बचाया

-कुशीनगर में नाव सवार गंडक नदी की धारा में फंस गए थे

वाराणसी । ग्यारहवीं वाहिनी एनडीआरएफ वाराणसी की टीम ने कुशीनगर में गंडक नदी की धारा में फंसे लगभग 150 लोगों और पशुओं को सुरक्षित निकाल लिया। शुक्रवार को इसकी जानकारी लोगों को मिली तो सोशल मीडिया में जवानों के साहस का लोग जमकर प्रशंसा करते रहे।

गंडक नदी की धारा में फंसे लोगों को बचाने के लिए जिलाधिकारी कुशीनगर ने 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ वाराणसी को बुलाया। सूचना पर कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा निर्देश में गोरखपुर स्थित क्षेत्रीय प्रतिकिया केंद्र से एनडीआरएफ की टीम उप सेनानायक पी.एल.शर्मा के नेतृत्व में घटनास्थल के लिए रवाना हुई। गुरूवार की मध्यरात्रि में 110 किलोमीटर का सफर तय कर टीम रात ढाई बजे बरवापट्टी घाट पहुंची। लेकिन रात में घनघोर अंधेरा और नदी तट तक रास्ता न होने के कारण टीम के लिए वहां पहुंचना चुनौतीपूर्ण रहा। लेकिन एनडीआरएफ के जवानों ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए भारी भरकम मोटर बोटों को अपने कंधों पर उठाया और अँधेरे में कंटीली झाड़ियों के बीच से एक किलोमीटर का रास्ता बनाते हुए घटनास्थल के नजदीक तट के किनारे पहुंचे और तुरंत बचाव अभियान शुरू किया।

इस अभियान में किसी भी तरह की छोटी सी चूक जन हानि में बदल सकती थी। रात भर चले चुनौतीपूर्ण व दुरूह बचाव अभियान को सुबह आठ बजे तक पूरा कर लिया गया। अभियान में किसी भी तरह की जान-माल की हानि के बिना सभी फँसे हुए लोगों व पशुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया। टीम ने अपनी जान की परवाह किये बिना दक्षतापूर्ण तरीके से 112 लोगों को तेज़ धारा में बहने से बचा लिया। जिसमें 62 पुरुष, 31 महिलाएं, 19 बच्चे रहे। इसके अलावा 14 पशुधन को भी बचाया गया। मौके पर मौजूद एनडीआरएफ टीम और स्थानीय लोगों ने भी बचाव अभियान में अपना योगदान दिया।

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