जहांगीरपुरी हमले में सरकार ने लिए कुछ फैसले…

द ब्लाट न्यूज़ । जहांगीरपुर हिंसा के बाद बुधवार को एमसीडी की तरफ अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया गया। करीब दो घंटे तक चले अभियान के दौरान भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में 50 से अधिक दुकानों के अतिक्रमण को भी गिराया गया। इसमें मस्जिद के मुख्य गेट और मस्जिद परिसर में सड़क के सामने की 11 दुकान का अतिक्रमण भी शामिल हैं। उधर, सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने संबंधी आदेश की कॉपी मिलने के बाद दोहपर में बुलडोजर को रोक गया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने के लिए दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल की टीम सुबह से ही मौके पर थी। ईई चौक से मंगल बाजार तक की करीब एक किलोमीटर लंबी सड़क को बैरिकेड लगाकर ब्लॉक किया गया था। इसमें भी कुशल चौक से मंगलवार वाली सड़क पर सबसे पहले बुलडोजर चला। इस इलाके को बंगाली मार्केट के नाम से भी जाना जनता है। सबसे पहले कुशल चौक पर स्थिति जूस कॉर्नर की दुकान की सीढ़ियों ओर छज्जे को गिराया गया।

इसके बाद बुल्डोजर मस्जिद की (मंगल चौक) तरफ चालान शुरू हुआ। इस दौरान 79/80 सी ब्लॉक स्थित जामा मस्जिद के मुख्य गेट के सामने के अतिक्रमण को बुल्डोजर ने गिराया। फिर उसके बाद एक-एक करके मस्जिद परिसर में बनी सभी 16 दुकानों के अतिक्रमण को गिराया गया। फिर बुल्डोजर से मस्जिद से आगे की दुकानों के अतिक्रमण को गिराया गया, जिन दुकानों के सामने का अतिक्रमण गिराया गया उनमें मोबाइल रिपेयर, होटल और किराना स्टोर का काम होता था।

पुलिस ने कहा कि हमारा काम सुरक्षा देना, अतिक्रमण रोकना एमसीडी
अतिक्रमण हटाने के लिए चल रहे अभियान पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने की सूचना आने पर मीडिया कर्मियों ने पुलिस अधिकारियों से पूछ कि अब बुल्डोजर कब तक चलेगा। इस पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हमारा काम सिर्फ सुरक्षा देने है। बाकी कार्रवाई को रोकने का काम एमसीडी अधिकारियों का है। इसलिए उन्हीं को उचित निर्णय लेना होता।

सीपीआईएम नेता पहुंची बुल्डोजर रुकवाने
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर सीपीआईएम नेता वृंदा करात जहांगीरपुरी पहुंची। उन्होंने कहा कि मैं यहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कराने के लिए आई हूं। स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक से बात करने के बाद वृंदा करात ने कहा कि कोर्ट का आदेश मिलने के बाद भी अधिकारी ढुलमुल रवैया अपना रहे थे इसलिए स्पेशल सीपी से मिलकर आदेश की कॉपी उन्हें दिखाई। उधर, दोपहर करीब 1:00 बजे स्पेशल सीपी दीपक कुमार ने कार्रवाई रोके जाने की आधिकारिक जानकारी दी।

विरोध कर रहे लोगों को लिया हिरासत में
अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान कुछ लोगों ने विरोध किए, जिन्हें मौके पर पुलिस की तरफ से हिरासत में लिए गया। इसी बीच बंगाली मार्केट को जोड़ने वाली सभी मुख्य सड़कों एवं गली-मोहल्लों में पुलिस का सख्त पहरा रहा। बंगाली मार्केट की तरफ जाने वाले हर रास्ते पर बैरिकेडिंग लगाई गई थी जिसके चलते लोग घरों में कैद रहे।

9 बुलडोजर और 1500 से अधिक पुलिसकर्मी लाए
अतिक्रमण अभियान को देखते हुए दिल्ली पुलिस की तरफ से करीब 1500 सुरक्षाकर्मी लगाए गए थे जिनमें दिल्ली पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बलों के जवान शामिल रहे।

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