नई दिल्ली । भारत में एक दिन में कोविड-19 के 62,480 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,97,62,793 हो गई। वहीं, 1587 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,83,490 हो गई। पिछले 61 दिन में संक्रमण से मौत के ये सबसे कम मामले हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 73 दिन बाद कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या आठ लाख से कम हुई है और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96 प्रतिशत के पार पहुंच गई है। देश में अभी 7,98,656 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.68 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 96.03 प्रतिशत हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 38,71,67,696 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 19,29,476 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 3.24 प्रतिशत है। पिछले 11 दिन से यह दर पांच प्रतिशत से कम बनी हुई है। वहीं, संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 3.80 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 36वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही।
देश में अभी तक कुल 2,85,80,647 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 26,89,60,399 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके लग चुके हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे।
आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में 1,587 लोगों की संक्रमण से मौत हुई, जिनमें से महाराष्ट्र के 636 , तमिलनाडु के 210 और कर्नाटक के 138 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक 3,83,490 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,16,026 , कर्नाटक के 33,434 , तमिलनाडु के 30,548 , दिल्ली के 24,886 , उत्तर प्रदेश के 22,030, पश्चिम बंगाल के 17,182, पंजाब के 15,738 और छत्तीसगढ़ के 13,361 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।