अमेरिका और पश्चिमी देशों से चल रहे तनाव के बीच रूस ने सरमत इंटरकांटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। लंबी दूरी की यह मिसाइल कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि यह मिसाइल दुश्मन देशों को चिंतित होने के लिए मजबूर कर देगी। लेकिन अमेरिका ने इसे बैलेस्टिक मिसाइल का सामान्य परीक्षण करार दिया है। कहा है कि अमेरिका को इसकी कोई परवाह नहीं है।
पुतिन ने बताई खूबियां, कहा- यह तो बेजोड़
पुतिन (Russia President Vladimir Putin) ने कहा है कि यह मिसाइल तकनीक रूप से खासियतों से भरी हुई है। यह सभी एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टमों से बचते हुए लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है। यह एक साथ दस या उससे ज्यादा परमाणु बम लेकर हमला कर सकती है और एक साथ कई लक्ष्यों को बर्बाद कर सकती है। अभी इसके मुकाबले की मिसाइल दुनिया में मौजूद नहीं है।
पुतिन और जेलेंस्की से मिलना चाहते गुटेरस
युद्ध खत्म कराने के प्रयासों के तहत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलना चाहते हैं। गुतेरस ने दोनों नेताओं को पत्र लिखकर मिलने की इच्छा जाहिर की है।
दुनियाभर में गहराया ऊर्जा संकट
रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया भर में खाद्य और ऊर्जा का संकट हो गया है। विकासशील देशों की हालत तो बेहद खराब है। पहली बार भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि ऊर्जा का संकट गंभीर चिंता का विषय है। सहकारी प्रयासों से इसकी जरूरतों को पूरा किया जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि और राजदूत आर. रवींद्र ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यूक्रेन में मानवाधिकार के हालात का जिक्र करते हुए कहा, युद्ध के बाद खाद्य सुरक्षा की चुनौती बहुत बढ़ गई है।