Author : Rishabh Tiwari
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2.0 की सरकार बनने व तमाम आदेशों के बाद भी कानपुर देहात के मलासा ब्लाक की आने वाली ग्राम पंचायत पचलख गांव में जहां पर गांव के प्रधान नारायण से बातचीत में पता चला कि यहां एक प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षक हमेशा विद्यालय समय हो जाने के बाद 2 घंटे लेट आते हैं।

जिसकी सूचना कई बार उच्च अधिकारियों से व उन्होने जिलाधिकारी से की जा चुकी है लेकिन शिकायती पत्र देने के बावजूद अभी तक इन दोनों शिक्षकों पर न तो कोई कार्रवाई हुई और न ही इन्होंने अपने आने का समय बदला। गांव में ही नियुक्त ये शिक्षको के नाम अश्वनी कटियार व नम्रता सिंह है जो अपने कार्य को करने से दूर रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार हर दिन शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए एक नए नए कदम उठाती हैं।

लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। वही जब प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार से बात हुई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा इन लोगों पर कई बार लिखित शिकायत की गई है लेकिन शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी ने पचलख गांव की तरफ रुख तक नहीं किया।

आखिर ऐसा क्या है जो इन दोनों शिक्षकों के ऊपर अब तक कार्रवाई नहीं हुई आखिर अधिकारी लोग गांव की तरफ निरीक्षण करने के लिए अपने दफ्तर से बाहर क्यों नहीं निकलते जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेशों में कहा है कि अधिकारी लोग ज्यादा समय जनता के बीच दें ताकि समस्याओं को समझा जा सके और उन्हें दूर किया जा सके। लेकिन कानपुर देहात में इसके विपरीत ही हो रहा है। आखिर क्यों।
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