भारत विएतनाम रक्षा सहयोग, वैश्विक शांति, सुरक्षा के लिए योजना…

द ब्लाट न्यूज़ । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि भारत और वियतनाम के बीच मजबूत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति, क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
बिरला एक भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के साथ वियतनाम की तीन दिवसीय यात्रा पर आज हनोई पहुंचे जहां उन्होंने वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक से मुलाकात के दौरान यह बात कही। श्री बिरला अपनी यात्रा के पहले दिन वियतनाम के राष्ट्रपति के अलावा प्रधान मंत्री फाम मिन्ह चिन और वियतनाम की राष्ट्रीय असेंबली के अध्यक्ष वुओंग दीन्ह ह्यू से मुलाकात की।
वियतनाम के राष्ट्रपति के साथ अपनी बैठक में श्री बिरला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध 2016 में एक समग्र रणनीतिक साझीदारी में बदले और इस साझीदारी में राजनीतिक संबंध, व्यापार और निवेश , ऊर्जा सहयोग, विकास के लिए साझेदारी और रक्षा सहयोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि शांति एवं समृद्धि का संयुक्त दृष्टिकोण को श्री गुयेन जुआन फुक और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2021 में अनुमोदित किया गया था।
श्री बिरला ने कहा कि भारत और वियतनाम के बीच चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों में आपसी सहयोग की लंबी परंपरा रही है और कोविड-19 महामारी के विरुद्ध संघर्ष में दोनों ने एक दूसरे की सहायता की है। उन्होंने कहा कि भारत और वियतनाम के आर्थिक संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि हुई है तथा कोविड महामारी के कारण हुए व्यवधान के बावजूद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार पिछले वर्ष 13 अरब डॉलर से अधिक रहा।
लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी उल्लेख किया कि दोनों देशों के बीच सामान्य हितों पर आधारित रक्षा साझेदारी महत्वपूर्ण रूप से बढ़ी है तथा रक्षा प्रौद्योगिकी और तकनीकी सहयोग सहित नए क्षेत्रों में विस्तारित हुई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत और वियतनाम के बीच मजबूत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग अंतरराष्ट्रीय शांति, क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि में योगदान देगा।
श्री बिरला ने वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन से भी मुलाकात में द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। आर्थिक और व्यापार सहयोग के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय निवेशकों की वियतनाम में गहरी दिलचस्पी है। उन्होंने मेज़बान प्रधानमंत्री से भारतीय निवेश के अनुकूल परिस्थितियां बनाने का आग्रह किया जिससे निवेश को प्रोत्साहित किया जा सके।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत और वियतनाम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्यों के रूप में वैश्विक मुद्दों को उठाने में एक-दूसरे का सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देश स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, समृद्ध, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में आसियान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव (आईपीओआई) और इंडो-पैसिफिक (एओआईपी) पर आसियान के आउटलुक के माध्यम से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और सहयोग बढ़ा है।
इससे पहले श्री बिरला का वियतनाम की राष्ट्रीय असेंबली में एक पारंपरिक समारोह में स्वागत किया गया जहां उन्होंने राष्ट्रीय असेंबली के अध्यक्ष वुओंग दिन्ह ह्यू से बातचीत की। उन्होंने नियमित द्विपक्षीय संसदीय आदान-प्रदान पर जोर देते हुए कहा कि नियमित दौरे विचारों को साझा करने और विधायी सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए नियमित पारस्परिक आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों की संसदों के बीच आपसी संबंधों को एक नया आयाम प्रदान करने के लिए भारत-वियतनाम मैत्री समूह का गठन किया जा रहा है।

 

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