मारियुपोल पर कब्जे से रूसी सेना को रोकने के लिए यूक्रेनी सैनिकों का संघर्ष जारी…

-पोप फ्रांसिस ने ‘ईस्टर ऑफ वॉर’ पर जताया अफसोस

द ब्लाट न्यूज़ । मारियुपोल पर पूर्ण रूप से कब्जा के लिए रूसी सेना का यूक्रेनी सैनिकों की टुकड़ी के साथ संघर्ष जारी है। इस बीच मास्को का कहना है कि उसने मारियुपोल पर कब्जा कर लिया है। यह उसे करीब दो माह चले युद्ध का सबसे बड़ा इनाम होगा। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि यूक्रेनी सैनिकों के साथ बदसलूकी की कीमत रूसी सेना को चुकानी होगी।

मारियुपोल में जारी संघर्ष पर यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहल ने कहा कि सैनिक सुबह तक आत्मसमर्पण करने की रूसी मांग के बावजूद अभी भी लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वहां हमारा पूरा नियंत्रण समाप्त नहीं हुआ है।

रूस ने शनिवार को कहा कि शहर पर उसका नियंत्रण है, कुछ यूक्रेनी लड़ाके अजोवस्टल स्टीलवर्क्स में शेष हैं, जो अजोव सागर से लगा हुआ है। डोनबास के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में मुख्य बंदरगाह मारियुपोल पर कब्जा करना रूस के लिए एक रणनीतिक पुरस्कार होगा, जो पूर्व में रूस समर्थक अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्र को क्रीमिया क्षेत्र से जोड़ता है जिसे मास्को ने 2014 में कब्जा कर लिया था।

उत्तर में यूक्रेनी प्रतिरोध को दूर करने में विफल रहने के बाद, रूसी सेना ने राजधानी कीव सहित अन्य जगहों पर लंबी दूरी मिसाइलों से हमले जारी रखते हुए डोनबास पर अपने जमीनी हमले को फिर से शुरू कर दिया है।

24 फरवरी को आक्रमण शुरू होने के बाद से लगभग 40 लाख से अधिक यूक्रनी नागरिक देश से पलायन कर चुके हैं। हर शहर में तबाही का मंजर हैं। रूस के हमले में हजारों यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि कब्जे वाले लोग यूक्रेन में किए गए हर काम के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि विनाश की तस्वीरें दूसरे विश्व युद्ध के भयानक समय की तरह थीं।

वहीं, रूस के हमले की आलोचना करते हुए पोप फ्रांसिस ने सेंट पीटर्स स्क्वायर में इस रक्तपात वाले युद्ध को समाप्त करने का अनुरोध करते हुए अपने संबोधन में इस रक्तपात को समाप्त करने का अनुरोध करते हुए इस ईस्टर ऑफ वॉर पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के लिए शांति हो सकती है, जो क्रूर और मूर्खतापूर्ण युद्ध की हिंसा और विनाश से बुरी तरह से पीड़ित है, जिसमें इसे घसीटा गया था।

इधर, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार को रूस पर मारियुपोल में जानबूझकर सभी को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार वहां संघर्ष कर रहे सैनिकों के संपर्क में है। यूक्रेनी सैनिकों के लिए अजोवस्टल स्टीलवर्क्स एक अंतिम स्टैंड बन गया है।

इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हथियार डालने वाले सभी यूक्रेनी सैनिकों को उनके सुरक्षित होने की गारंटी दी जाती है। स्टीलवर्क्स में कितने सैनिक थे, यह पता नहीं चला। सैटेलाइट इमेज में उस इलाके से धुआं और आग आती दिखाई दे रही है, जो सुरंगों से भरा हुआ है।

मारियुपोल की सड़कों पर दो-तीन दिन चली लड़ाई के बाद रूसी सेना ने शनिवार रात शहर पर पूरी तरह कब्जा हो जाने का दावा किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मारियुपोल में यूक्रेन के चार हजार से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं जबकि 1,464 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया है।

डोनेस्क पर हमले

डोनेस्क में रूसी सेना ने टैंकों, तोपों और राकेट लांचरों से 13 ठिकानों पर एक साथ हमला किया है। इन हमलों में दो नागरिकों की मौत हुई है। जानकारों ने बताया है कि रूसी सेना अब रणनीति बदलकर हमले कर रही है। अब उसकी सड़कों पर ज्यादा आवाजाही नहीं हो रही है बल्कि वह हवाई हमले और मोर्चेबंदी कर शहर के बाहर से टैंकों-तोपों से हमले कर रही है।

 

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