हिंदू नव वर्ष के दूसरे माह वैशाख का आरंभ हो चुका है। यह माह हिंदू धर्म में काफी खास माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी माह से त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था। इस माह में भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इसी कारण इस माह को माधव के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि यह विष्णु जी का ही एक नाम है। इस माह में दान पुण्य के साथ नदी में स्नान करना पुण्यकारी माना जाता है। वैशाख माह 17 अप्रैल से शुरू हो चुका है और यह 16 मई तक चलेगा।
शास्त्रों के अनुसार, इस माह कुछ कार्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और हर तरह के पापों से मुक्ति मिलने के साथ सुख-समृद्धि मिलती है। जानिए वैशाखी के पूरे माह कौन से कार्य करना होगा शुभ।
स्नान करना
वैशाख माह के दौरान नदी में स्नान करना काफी लाभकारी माना जाता है। इस माह सूर्योदय से पहले नदी में स्नान जरूर करना चाहिए। अगर आप किसी कारणवश नदी में स्नान करने में असमर्थ हैं, तो घर में ही स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल डाल लें और गंगा मां का स्मरण करते हुए स्नान कर लें। माना जाता है कि ऐसा करने से भी व्यक्ति को नदी में स्नान करने के बराबर पुण्य मिलता है।
दान से होगी पुण्य की प्राप्ति
मान्यताओं के अनुसार, वैशाख माह में स्नान के साथ-साथ दान जरूर करना चाहिए। इस माह दान करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहती हैं, जिससे घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी। इसलिए इस माह अपनी योग्यता के अनुसार अनाज, फल, दूध, पैसे, वस्त्र आदि का दान दे सकते हैं। इसके अलावा भूखे व्यक्तियों और ब्राह्मणों को भोजन करना शुभ माना जाता है।
भगवान सूर्य को करें अर्घ्य
वैशाख माह भगवान सूर्य की पूजा करने का भी विधान है। इस पूरे माह सूर्योदय के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। भगवान सूर्य की कृपा पाने के लिए तांबे के लोटे में जल भरकर अर्घ्य दें। इसके साथ ही इस मंत्र का उच्चारण करें..ॐ सूर्याय नम:
भगवान विष्णु की पूजा
वैशाख माह के पूरे माह भगवान विष्णु की पूजा करना काफी फलदायी साबित हो सकता है। इस पूरे माह विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके साथ ही भोग में तुलसी दल जरूर चढ़ाएं।
तुलसी पूजन
वैशाख के महीने में तुलसी पूजन का भी महत्व है। शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसलिए इस पूरे माह तुलसी को सुबह के समय जल अर्पित करें और शाम के समय घी का दीपक अवश्य जलाएं।
पीपल की पूजा
वैशाख माह में पीपल वृक्ष की पूजा करने का भी विधान है। माना जाता है कि इस वृक्ष में सभी देवताओं और पितरों का वास होता है। इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए विधि विधान से पूजा जरूर करें। रोजाना पीपल के पेड़ की जड़ में जल अवश्य चढ़ाएं और शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे आपकी हर मनोकामना जल्द पूर्ण होगी।