नई दिल्ली । क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन की कीमत नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई है। बुधवार को बिटकॉइन का भाव 52000 डॉलर के पार चला गया। एक दिन पहले ही बिटकॉइन पहली बार 50000 डॉलर के पार गया था। बुधवार को इसने 52,577.50 डॉलर के स्तर को छू लिया, हालांकि बाद में यह 6.3 फीसदी की तेजी के साथ 52233 डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच विश्लेषकों ने कीमतों की स्थिरता को लेकर चेतावनी जारी की है।
बिटकॉइन की कीमत पिछले साल मार्च से अब तक 8 गुना हो चुकी है। इसकी मार्केट वैल्यू सितंबर 2020 से अब तक 700 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ चुकी है। पिछले तीन महीने में ही बिटकॉइन का दाम करीब 200 प्रतिशत चढ़ा है। देखा जाए तो सिर्फ इस साल में ही बिटकॉइन ने 70 फीसदी से भी अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की है।
बिटकॉइन इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करंसी है। इसका मार्केट कैप 900 अरब डॉलर हो चुका है। बिटकॉइन की कीमतों में आ रही इस तेजी की वजह दिग्गज निवेशकों और कंपनियों जैसे टेस्ला, मास्टरकार्ड और बीएनवाई मेल्लोन की ओर से इस क्रिप्टोकरंसी को दिया गया समर्थन है।
बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी में कभी भी भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल जाता है। पिछले 5 सालों में कई मौकों पर बिटकॉइन बिना कोई संकेत दिए ही 40-50 फीसदी गिर गया। 2013 में अप्रैल महीने में बिटकॉइन की कीमत एक ही रात में 70 फीसदी से अधिक गिरी थी। 233 डॉलर तक जा पहुंचा बिटकॉइन अचानक गिरकर 67 डॉलर पर आ गया। कई देशों में बिटकॉइन पर अभी भी ट्रेडिंग होती है, लेकिन इसमें निवेश करना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। बिटकॉइन की सबसे खराब बात ये है कि इसका अधिकतर इस्तेमाल हैकिंग, ड्रग्स सप्लाई और हथियारों के अवैध खरीद-फरोख्त जैसे कामों में होता है, जो गैरकानूनी है।