द ब्लाट न्यूज़। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के महानिदेशक यूक्रेन के परमाणु केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘‘तत्काल तकनीकी सहायता’’ के वास्ते वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए यहां पहुंचे हैं।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने मंगलवार को कहा कि उसके महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी का उद्देश्य यूक्रेन के परमाणु स्थलों के लिए ‘‘त्वरित सुरक्षा और सहायता प्रदान करना’’ है।
इसमें आईएईए विशेषज्ञों को ‘‘प्राथमिकता वाले केंद्रों’’ पर भेजना और निगरानी एवं आपातकालीन उपकरणों सहित ‘‘महत्वपूर्ण रक्षा एवं सुरक्षा आपूर्ति’’ उपलब्ध कराना शामिल होगा।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी ने कहा कि ग्रॉसी इस सप्ताह यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में से एक की यात्रा करेंगे। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि वह परमाणु ऊर्जा केंद्र कौन सा है।
यूक्रेन में चार सक्रिय बिजली संयंत्रों में 15 परमाणु रिएक्टर हैं और यहां 1986 के परमाणु त्रासदी का केंद्र रहा चेर्नोबिल संयंत्र भी है। रूसी सेना ने चेर्नोबिल और ज़पोरिज़िया में सबसे बड़े सक्रिय बिजली संयंत्र पर नियंत्रण कर लिया है।
आईएईए प्रमुख यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा पर यूक्रेन और रूस के साथ एक समझौते के लिए हफ्तों से दबाव बना रहे हैं। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में तुर्की में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की थी। उन्होंने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन ने उनकी एजेंसी से सहायता का अनुरोध किया था और ‘‘हम अब मदद देना शुरू करेंगे।’’
ग्रॉसी ने एक बयान में कहा, ‘‘सैन्य संघर्ष ने यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और रेडियोधर्मी सामग्री के साथ अन्य प्रतिष्ठानों को अभूतपूर्व खतरे में डाल दिया है।’’
आईएईए ने सोमवार को कहा था कि यूक्रेन के परमाणु नियामक ने उसे बताया कि यूक्रेन के 15 रिएक्टर में से आठ का संचालन जारी है, जिनमें से दो रूस नियंत्रित ज़पोरिज़िया में है। अन्य को नियमित रखरखाव के लिए बंद कर दिया गया है।
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