चीन में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसके मद्देनजर देश के फाइनेंशियल हब शंघाई में लाकडाउन लगा दिया गया है। जनसंख्या बहुल शहर शंघाई (Shanghai) में मंगलवार को लाकडाउन का दूसरा दिन है। इसके तहत प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया गया है। यहां के लोगों को कोरोना टेस्ट कराने तक घरों के भीतर ही रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। दरअसल यहां प्रतिदिन आने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या 4,400 से अधिक हो गई है।
लाकडाउन के पहले दिन हुआंगपु के पूर्व में रहने वाले लोगों को उनके घरों के भीतर रहने के निर्देश दे दिए गए थे जिनमें से अधिकतर को आसपास घूमने की इजाजत दी गई थी। वहां के दो लोगों ने रायटर्स को बताया कि उनके पड़ोसियों से जानकारी मिली कि उन्हें अपने घर से बाहर नहीं जाना है।
चीन के आर्थिक शहर की आबादी 2 करोड़ 60 लाख है। यहां बड़े पैमाने पर टेस्टिंग चल रही है। कोरोना टेस्टिंग को प्रभावी बनाने के लिहाज से शहर के हिस्सों को विभाजित कर दिया गया है। एक इलाका हुआंगपू नदी के पास का है जो शहर के बीच से बहती है और दूसरा ऐतिहासिक केंद्र पूडोंग व इसके आसपास के इलाके हैं। स्थानीय प्रशासन के अनुसार पूडोंग और उसके आसपास के इलाकों में अगले शुक्रवार तक लाकडाउन लगाया गया है। पूडोंग को शहर का वित्तीय मामलों वाला इलाका माना जाता है। शंघाई के बीच से होकर हुआंगपू नदी बहती है।
शंघाई प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार लाकडाउन वाले इलाके मे रहने वाले लोगों को घर के भीतर ही रहना होगा और जरूरत के सामानों की डिलिवरी की जाएगी। लाकडाउन के दौरान शहर में जरूरी कारोबार को छोड़कर सभी दफ्तरों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
28 मार्च को चीन में 4,381 बिना लक्षण वाले (asymptomatic) मामले और 96 लक्षणों वाले (symptomatic) कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए। देश में जीरो कोरोना मामले के मकसद से शंघाई में व्यापक टेस्टिंग की प्रक्रिया जारी है और कोशिश की जा रही है अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रोन वैरिएंट पर जल्दी से जल्दी काबू किया जा सके। चीन से ही कोरोना महामारी की शुरुआत साल 2019 के नवंबर महीने में हुई थी। जिसके बाद महामारी पूरी दुनिया में फैल गई।
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